उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार (16 जून 2024) को एम्स ऋषिकेश पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी ने एम्स ऋषिकेश के जिरियाट्रिक वार्ड (वृद्धावस्था वार्ड) में भर्ती अपनी माता सावित्री देवी से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य का हालचाल जाना। साथ ही उन्होंने रुद्रप्रयाग सड़क हादसे के घायलों से भी मुलाकात की। बता दें, कि हादसे में घायल कई पर्यटक उत्तर प्रदेश के निवासी है।
समाचार एजेंसी एएनआइ की एक्स पोस्ट के अनुसार, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एम्स ऋषिकेश में उपचार के लिए भर्ती अपनी माता जी का हालचाल जाना और डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी उपस्थित रहे।
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath today enquired about the well-being of his mother, admitted for treatment at AIIMS Rishikesh and received information related to her health from the doctors. pic.twitter.com/rwjSw5zyAJ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 16, 2024
#WATCH | Rudraprayag Tempo Traveller accident: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath visited AIIMS Rishikesh in Uttarakhand and met the injured and their families. pic.twitter.com/Hc7BghDOCm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 16, 2024
एम्स ऋषिकेश पहुंचने पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह सहित चिकित्सक, फैकल्टी सदस्य और अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया। इसके बाद सीएम योगी जिरियाट्रिक वार्ड में मां से मिलने पहुंचे। वार्ड में उन्होंने लगभग 30 मिनट अपनी माता जी के साथ व्यतीत किए। बता दें, कि बीते कुछ दिनों से एम्स में सीएम योगी आदित्यनाथ की माता जी का उपचार चल रहा है। इसके लिए उन्हें चिकित्सकीय परामर्श पर समय-समय पर अस्पताल में रूटीन चेकअप के लिए आना पड़ता है।
एम्स प्रशासन के अनुसार, सावित्री देवी वृद्धावस्था की दिक्कतों के चलते भर्ती हुई हैं। बीते दिनों भी सीएम योगी आदित्यनाथ की माता जी एम्स में भर्ती हुई थी। उस वक्त जांच के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया था। इसके बाद उनकी आंखों की जांच के लिए फिर एम्स में भर्ती कराया गया। शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की माता जी से मिलकर उनके स्वास्थ्य का हालचाल जाना था।