उत्तराखंड में निकाय चुनाव की प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद अब नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण संबंधी कार्यक्रम की अधिसूचना जारी कर दी है। शहरी विकास विभाग द्वारा निर्धारित किए गए कार्यक्रम के अनुसार 7 फरवरी तक सभी निकायों में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किये जाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह के बाद 100 नगर निकायों की नई सरकार अगले हफ्ते से अपना कामकाज संभालेंगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निकायों के चुनाव के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने अब इनके गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। इसकी सूचना शासन को भी भेज दी गई है। नवनिर्वाचित मेयर और पार्षद, सभासद व सदस्यों की शपथ ग्रहण की प्रक्रिया 6 फरवरी से आरंभ हो जाएगी। साथ ही शपथ ग्रहण के लिए 7 फरवरी अंतिम तिथि रखी गई है। शपथ ग्रहण के बाद होने वाली पहली बैठक से ही निकायों का पांच साल का कार्यकाल शुरू हो जाएगा।
शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया, कि प्रदेश सरकार ने नगर निकायों के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ का कार्यक्रम तय कर दिया है। जिसके तहत समस्त निकायों में 7 फरवरी तक शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किए जाएंगे। समस्त नगर निगम, नगर पालिका परिषद तथा नगर पंचायतों में निकाय चुनाव में जीत हासिल करने वाले मेयर, पालिका अध्यक्ष, पंचायत अध्यक्ष सहित निगम के पार्षद, सभासदों की शपथ 7 फरवरी तक दिलाई जाएगी।
बता दें, कि प्रदेश के 100 नगर निकायों पर हुए चुनावों में 11 नगर निगम, 43 नगर पालिका परिषद और 46 नगर पंचायतें शामिल है। इन नगर निकायों के लिए 23 जनवरी को वोटिंग हुई थी, जबकि 25 जनवरी से शुरू हुई मतगणना की प्रक्रिया 26 जनवरी की दोपहर बाद तक चली थी। नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने निकाय प्रमुखों के 42, कांग्रेस ने 27, बसपा ने दो और निर्दलीयों ने 29 पदों पर विजय जीत हासिल की है।
जबकि पार्षद, सभासद और सदस्य के 1280 पदों में से 455 पदों पर भाजपा, 169 पदों पर कांग्रेस, दो पदों पर बसपा, एक पद पर उत्तराखंड क्रांति दल, दो पदों पर आम आदमी पार्टी और 651 पदों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है।