सनातन हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान का धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। मंगलवार (14 जनवरी 2025) को मकर संक्रांति के अवसर पर धार्मिक नगरी हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। कड़ाके की ठंड में सुबह 4 बजे से हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान करने करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इस पावन अवसर पर देव डोलियों ने भी स्नान किया।
मकर संक्रांति के पावन पर्व के अवसर पर आज हरिद्वार में श्रद्धालुओं ने माँ गंगा में लगाई डुबकी।#MakarSankranti #Uttarakhand #Haridwar pic.twitter.com/pgoP1mZYNM
— DIPR Tehri (@DIPR_Tehri) January 14, 2025
मकर संक्रांति के पावन पर्व पर स्नान कर पुण्य अर्जित करने के लिए उत्तरकाशी से लेकर हरिद्वार तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने के उपरांत तिल और खिचड़ी के साथ वस्त्रों का दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। गंगा नदी में स्नान करने से पापों से मुक्ति और पुण्यों की प्राप्ति होती है, जिसके चलते श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हरिद्वार के घाटों पर जुटती है।
हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने के कारण प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गए थे। पुलिस, अर्धसैनिक बल और एनडीआरएफ की टीमों को घाटों पर तैनात किया गया था। इसके अलावा स्वास्थ्य सेवाओं के मद्देनजर आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं प्रत्येक स्थान पर उपलब्ध कराई गईं। प्रशासन ने यातायात और पार्किंग व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए भी कई कदम उठाए।