देश की प्रतिष्ठित परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2021 के परिणाम जारी कर दिए है। उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता सुरेश जोशी की पुत्री ने पहले ही प्रयास में ही इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर राज्य का गौरव बढ़ाया है। भाजपा नेता की पुत्री दीक्षा जोशी ने ऑल इंडिया रैंक 19वीं प्राप्त की है। पिथौरगढ़ निवासी सुरेश जोशी की पुत्री को मिली इस सफलता के बाद क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी किए गए परिणाम के मुताबिक, इस परीक्षा में कुल 685 उम्मीदवार चयनित किये गए है। इनमें से 244 सामान्य वर्ग से, 73 ईडब्ल्यूएस, 203 ओबीसी, 105 एससी और 60 एसटी वर्ग के उम्मीदवारों का चयन हुआ है। सिविल सेवा परीक्षा 2021 के रिजल्ट के अनुसार, श्रुति शर्मा ने ऑल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की है। वहीं, दूसरे स्थान पर अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला रही हैं।
उल्लेखनीय है, कि इस वर्ष परीक्षा में तीनों ही टॉपर लड़कियां रही हैं। वहीं उत्तराखंड की बेटी दीक्षा जोशी द्वारा देशभर में 19वीं रैंक हासिल करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्विटर सन्देश में लिखा, “सीमांत जनपद पिथौरागढ़ निवासी, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सुरेश जोशी जी की सुपुत्री डॉ. दीक्षा जोशी जी को UPSC सिविल सेवा परीक्षा – 2021 में शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑल इंडिया 19वीं रैंक प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई।”
सीमांत जनपद पिथौरागढ़ निवासी, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सुरेश जोशी जी की सुपुत्री डॉ. दीक्षा जोशी जी को UPSC सिविल सेवा परीक्षा – 2021 में शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑल इंडिया 19वीं रैंक प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई। pic.twitter.com/e95bt9yUt6
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) May 30, 2022
बता दें, पहले ही प्रयास में कामयाबी हासिल करने वाली दीक्षा जोशी ने अपनी हाईस्कूल तक की शिक्षा पिथौरागढ़ के मल्लिकार्जुन स्कूल से की है। इसके बाद उन्होंने देहरादून से इंटरमीडिएट करने के बाद जौलीग्रांट से एमबीबीएस डिग्री हासिल की। दीक्षा ने विगत दो वर्षो की कड़ी मेहनत के बाद सिविल सेवा परीक्षा दी और देशभर में 19वीं रैंक हासिल की।
वहीं संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में इस बार पिथौरागढ़ जिले के मयंक पाठक ने भी इस प्रतिष्ठित परीक्षा में 132 वीें रैंक हासिल कर सीमांत जिले का मान बढ़ाया है। इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद सिविल सेवा में चयनित मयंक ने कानपुर से बी.टेक और एम.टेक करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा में 132 वीें रैंक हासिल कर अपनी प्रतिभा लोहा मनवाया है।
पिथौरागढ़ जनपद के दशौली गांव के कफलेत निवासी मयंक पाठक का परिवार बनारस मेें रहता है। उनके पिता डा.हरीश पाठक बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में गणित विभाग में रीडर है, जबकि उनकी माता मोहनी पाठक भी विश्वविद्यालय में प्रवक्ता है। वहीं मयंक के ताऊ तारा दत्त पाठक भी आईएएस अधिकारी रहे है। वे वर्ष 2015 में वे गृह मंत्रालय से सेवानिवृत्त हुए। मयंक पाठक को प्रशासनिक अधिकारी बनने की प्रेरणा अपने ताऊ से मिली। मयंक ने कहा, कि जनसेवा करने के लिए ही उन्होंने आईएएस सेवा को चुना।