पंचकेदारों में शामिल सबसे ऊंचे हिमपर्वत श्रृंखला पर विराजमान तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट बुधवार (1 नवंबर 2023) को पौराणिक रीति रिवाजों के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए है। बुधवार 11 बजे शुभ लग्नानुसार वैदिक मंत्रोच्चारण एवं विधि–विधान के साथ भगवान तुंगनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद किए गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस अवसर पर डेढ़ हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा तुंगनाथ के दर्शन किए। बता दें, कि विजयदशमी पर्व के शुभ अवसर पर भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि घोषित हुई थी। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा, कि पहली बार तुंगनाथ में एक लाख 35 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए हैं।
उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट आज वैदिक मंत्रोच्चार और विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये हैं। इस वर्ष एक लाख पैंतीस हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने तुंगनाथ के दर्शन किये। @BKTC_UK @airnewsalerts @AIRNewsHindi @DDNewsHindi pic.twitter.com/4C5pfTEDRB
— Akashvani News Uttarakhand 🇮🇳 (@airnews_ddn) November 1, 2023
बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त में श्री तुंगनाथ के कपाट खोले गए, इसके बाद प्रात:कालीन पूजा-अर्चना और दर्शन शुरू हुए। प्रातः दस बजे से कपाट बंद करने की प्रक्रिया आरंभ हुई। कपाट बंद होने के बाद भगवान तुंगनाथ की देव डोली मंदिर प्रांगण में आई और यहां मंदिर परिक्रमा के पश्चात देव डोली ने चोपता के लिए प्रस्थान किया। दो नवंबर को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली बनियाकुण्ड, दुगलविट्टा, मक्कू बैण्ड होते हुए हूण्हू व वनातोली पहुंचेगी।
जहां पर ग्रामीणों की ओर से भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली को सामूहिक अर्ग लगाया जाएगा। इसके बाद भगवान की चल विग्रह उत्सव डोली अंतिम रात्रि प्रवास के लिए भनकुण्ड पहुंचेगी। 3 नंवबर को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल मार्केडेय मंदिर मक्कूमठ में विराजमान होगी। जिसके बाद शीतकाल के छह माह तक यहीं पर भगवान तुंगनाथ की नित्य पूजाएं संपन्न की जाएंगी।
बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार और मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने कपाट बंद होने के अवसर पर तीर्थयात्रियों का आभार जताया। मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने कहा, कि कपाट बंद होने और श्री तुंगनाथ जी की डोली यात्रा सफल समापन के लिए निर्देश जारी किए गए है।