पर्वतीय क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों के बीच मेडिकल सुविधाओं को सरल बनाने के लिए पहली बार ड्रोन की मदद ली गई है। रेडक्लिफ लैब्स का ड्रोन उत्तरकाशी से दून के बीच का 60 किलोमीटर हवाई सफर महज 88 मिनट में पूरा करते हुए सैंपल लेकर पहुंचा। अब दस जून से रेडक्लिफ प्रतिदिन दो ड्रोन उड़ानें आरंभ करने जा रही है।
Diagnostic services by drones! Redcliffe Labs launches its first commercial Drone corridor in Uttarakhand – The Financial Express https://t.co/ZGHa6xGi0n
— On Sale Drones (@onsaledrones) May 23, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रेडक्लिफ लैब्स ने देहरादून से उत्तरकाशी के बीच कॉमर्शियल बीवीएलओएस ड्रोन उड़ानें शुरू की हैं। बीते 19 मई को उत्तरकाशी-देहरादून के लिए दुर्गम पहाड़ियों के बीच अपना पहला कॉमर्शियल ड्रोन कॉरिडोर खोला। स्काई एयर के साथ मिलकर यह नई शुरुआत की गई है। रेडक्लिफ लैब्स के फाउंडर धीरज जैन ने मीडिया को बताया, कि देहरादून से उत्तरकाशी के बीच 60 किलोमीटर की हवाई दूरी है। उन्होंने बताया, कि पांच किलो की क्षमता वाला ड्रोन ज्ञानसू उत्तरकाशी से देहरादून के विवेक विहार तक सैंपल लेकर सिर्फ 88 मिनट में पहुंच गया।
कंपनी के संस्थापक ने कहा, कि अब दस जून से प्रतिदिन सैंपल कलेक्शन के लिए दो उड़ानें देहरादून-उत्तरकाशी के बीच संचालित की जाएगी। ड्रोन उत्तरकाशी जाकर सैंपल लेकर देहरादून तक आएगा। ड्रोन से उसी दिन सैम्पल की जांच होने के बाद रिपोर्ट भेज दी जाएगी। इस शुरुआत से आने वाले दिनों में पर्वतीय क्षेत्रों में ड्रोन से स्वास्थ्य सुविधाएं देने का मार्ग खुल जायेगा। उन्होंने कहा, कि इस दूरी को तय करने में एक बैटरी बदलने की जरूरत पड़ती है। ड्रोन के माध्यम से रोजाना पैथोलॉजी टेस्ट, एडवांस्ड जेनेटिक स्क्रीनिंग, प्रजनन स्वास्थ्य में रिसर्च आधारित डीएनए परीक्षण, कैंसर और स्वास्थ्य, फिटनेस आदि की सुविधाएं दी जाएगी।