चारधाम यात्रा 2023 के लिए राज्य सरकार ने आलवेदर रोड के निर्माण के बाद यात्रा मार्ग सुगम होने के चलते वाहनों के संचालन की अवधि को तीन घंटे और बढ़ा दिया है। इस निर्णय के बाद अब यात्रा मार्गो पर वाहन प्रातः चार बजे से रात्रि दस बजे तक संचालित किये जा सके है। बता दें, कि इससे पहले सुबह पांच बजे से आठ बजे तक यात्रा मार्गो पर वाहन संचालन की अनुमति थी। बीते मंगलवार (28 मार्च 2023) को मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक के बाद चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी द्वारा इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए है।
उल्लेखनीय है, कि इस बार चारधाम की यात्रा 9 दिन की होगी, जबकि एक दिन बस ड्राइवर व वाहन को अनिवार्य रूप से रेस्ट दिया जाएगा। चारधाम के नोडल अधिकारी आरटीओ सुनील शर्मा ने जानकारी दी, कि अब बस से चारधामों की यात्रा नौ दिनों में, तीन धामों की सात दिनों, जबकि दो धामों की यात्रा पांच दिनों की होगी। बता दें, पूर्व में यह यात्रा क्रमशः दस दिन, आठ दिन और छह दिनों की होती थी, वहीं एक धाम की यात्रा पूर्व की भांति तीन दिनों में संपन्न होगी।
देवभूमि उत्तराखंड में 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही दिव्य चारधाम यात्रा को सुरक्षित, सुगम और सुव्यवस्थित संचालन के लिए बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में आयोजित बैठक के दौरान अधिकारियों को सभी तैयारियां समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सीएम धामी ने यात्रा के लिए स्थानीय निवासियों के पंजीकरण की अनिवार्यता को समाप्त किए जाने के निर्देश भी दिए।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी द्वारा श्रद्धालुओं की यात्रा व्यय का 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने के आह्वान को साकार करने हेतु श्रद्धालुओं के समक्ष स्थानीय उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रमोट करने एवं जीएमवीएन में भी स्थानीय उत्पादों को रखे जाने के निर्देश दिए।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 28, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा बैठक में कहा, कि चारधाम यात्रा के लिए यात्रा मार्गो व पड़ाव में यात्रा मित्रों की तैनाती की जा सकती है, और यात्रा मित्र के तौर पर स्थानीय व्यक्तियों को नियुक्त किया जाना चाहिए। सीएम धामी ने कहा, कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा श्रद्धालुओं की यात्रा व्यय का 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने के आह्वान को साकार करने हेतु श्रद्धालुओं के समक्ष स्थानीय उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रमोट करने एवं जीएमवीएन में भी स्थानीय उत्पादों को रखे जाने के निर्देश दिए।
सीएम धामी ने कहा, चारधाम यात्रा में देवभूमि उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालु मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत आने वाले मंदिरों सहित अन्य प्रमुख धार्मिक व पर्यटक स्थलों के बारे में अधिक से अधिक जान सकें इस हेतु व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। उन्होंने कहा, कि हमारी सरकार देश-विदेश से पधारने वाले समस्त श्रद्धालुओं की सुरक्षित एवं सुगम चारधाम यात्रा हेतु प्रतिबद्ध है।