हाल ही में उत्तराखंड में आबकारी विभाग ने घर में व्यक्तिगत मिनी बार खोलने के लिए लाइसेंस देने का निर्णय लिया था। आबकारी विभाग के इस फैसले के बाद जनता के बीच आक्रोश देखा जा रहा था। प्रदेश में घरेलू बार लाइसेंस के विरुद्ध महिलाएं लामबंद होने लगी थी। सोशल मीडिया पर लोग इस निर्णय पर टिप्पणी कर रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारी जन विरोध और आलोचना को देखते हुए आबकारी विभाग ने व्यक्तिगत बार लाइसेंस देने के निर्णय को टाल दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते मंगलवार को घरेलू बार लाइसेंस के विरुद्ध बड़ी संख्या में महिलाएं कलेक्ट्रेट में एकत्र हुई और आबकारी विभाग की नीति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी। महिलाओं का कहना था, कि शराब के कारण महिलाओ को कई तरह की यातनाओ का सामना करना पड़ता है। महिलाओं ने याद दिलाया, कि उत्तराखंड आंदोलन में भी महिलाओं ने नए राज्य में शराब बंदी को मुद्दा प्रमुखता से उठाया था।
दरअसल उत्तराखंड के आबकारी विभाग ने नई आबकारी नीति के तहत लोगों को घर में व्यक्तिगत बार खोलने की मंजूरी दी थी, हालांकि निजी बार को खोलने के लिए ऐसे लोगों को लाइसेंस लेने के साथ ही हर साल तय फीस का भुगतान भी करना था। इसके साथ ही निजी बार रखने वाले लोगों को शराब बेचने की अनुमति भी नहीं थी।