मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी विधायक की सीट छोड़ने वाले राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी का निधन हो गया। कैलाश गहतोड़ी बीते लंबे वक्त से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे, उन्होंने शुक्रवार (3 मई 2024) की सुबह देहरादून स्थित दून अस्पताल में अंतिम सांस ली। सीएम धामी समेत भाजपा संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने कैलाश गहतोड़ी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
वन विकास निगम के अध्यक्ष, पूर्व विधायक, प्रिय मित्र और बड़े भाई श्री कैलाश गहतोड़ी जी के निधन का पीड़ादायक समाचार सुन स्तब्ध हूं। कैलाश जी का जाना संगठन, प्रदेश के साथ-साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है।
इस असीम कष्ट को शब्दों में बयान नहीं कर पा रहा हूँ। आपने अपना पूरा जीवन… pic.twitter.com/kay9iC0xeH
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) May 3, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी की अंतिम यात्रा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी समेत अन्य भाजपा नेता शामिल हुए। कैलाश गहतोड़ी के पार्थिव शरीर को उनके पुत्र शशांक गहतोड़ी ने मुखाग्नि दी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, वन विकास निगम अध्यक्ष कैलाश चंद्र गहतोड़ी एक लंबे वक्त से कैंसर से जूझ रहे थे। हाल ही में वह अपनी बीमारी के उपचार के लिए विदेश भी गये थे। वर्तमान में कैलाश गहतोड़ी देहरादून के यमुना कालोनी स्थित अपने सरकारी आवास में रह रहे थे। जहां आज शुक्रवार को उनका निधन हो गया।
मूलरूप से चंपावत निवासी कैलाश गहतोड़ी वर्तमान में काशीपुर गिरीताल रोड स्थित में अपने बंगले में रह रहे थे। शुक्रवार दोपहर लगभग 12ः15 बजे उनका पार्थिव शरीर गिरीताल रोड स्थित उनके आवास में लाया गया। उनकी मृत्यु की सूचना के बाद उनके अंतिम दर्शनों के लिए लोग उमड़ पड़े। जहां व्यवस्था बनाने के लिए भारी पुलिस फोर्स तैनात रही।
शुक्रवार शाम लगभग 4 बजे कुंडेश्वरी रोड स्थित साई मंदिर के पास उनका अंतिम संस्कार किया गया। कैलाश गहतोड़ी अपने पीछे पत्नी और दो बेटों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गये है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उनकी शव यात्रा में शामिल हुए। बता दें, कि कैलाश गहतोड़ी 2017 और 2022 में चंपावत विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे। इसके बाद 2022 में उन्होंने सीएम धामी के लिए अपनी विधायकी से त्याग पत्र दे दिया था।