रुद्रपुर में डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में आरोपितों को शरण देने, हथियार उपलब्ध कराने और साजिश में शामिल चार आरोपितों को पीलीभीत से गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच के लिए गठित पुलिस टीमों को इन्वेस्टिगेशन के दौरान पता चला, कि इन गिरफ्तार चार आरोपितों ने मुख्य साजिशकर्ताओं की मदद की थी। हत्या का षड्यंत्र उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में रचा गया था। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद दोनों शूटर षड्यंत्रकारियों के पास शहाजहांपुर भी गए थे।
समाचार एजेंसी एएनआई की एक्स पोस्ट अनुसार, ऊधम सिंह नगर पुलिस ने बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में मदद करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपितों में एक गुरुद्वारे का सेवादार भी शामिल है। बाबा तरसेम की हत्या का सौदा दस लाख रुपये में तय हुआ था। आरोपियों के पास हत्याकांड में प्रयुक्त दो कारें और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए।
Udham Singh Nagar Police has arrested 4 accused who helped in Baba Tarsem Singh murder case from Nanakmatta. 2 vehicles have also been seized: Uttarakhand Police
Uttarakhand Police has increased the reward amount from Rs 25000 to Rs 50,000 for the two shooters who are… pic.twitter.com/9rhbT8YpW4
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 4, 2024
एसएसपी डॉ. मंजूनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए बताया, कि मुख्य हत्यारोपी सर्वजीत और अमरजीत 19 मार्च से नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब की सराय में कमरा किराए पर लेकर लगातार बाबा तरसेम सिंह की दैनिक गतिविधियों पर निगाह रखे हुए थे। दोनों ने गुरुद्वारे के एक सेवादार अमनदीप सिंह उर्फ काला को भी लालच देकर अपनी योजना में शामिल कर लिया था। अमनदीप घटना के दिन 28 मार्च को बाबा तरसेम सिंह की लोकेशन का पता हत्यारों को दे रहा था।
एसएसपी डॉ. मंजूनाथ ने बताया, कि सही लोकेशन मिलने पर दोनों हत्यारोपियों ने डेरे में घुसकर बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्याकांड के बाद दाेनों दिलबाग सिंह के शाहजहांपुर स्थित घर पहुंचे। जहां दोनों दिलबाग और उसके साथियों से पूर्व निर्धारित धनराशि में से पांच लाख रुपये की धनराशि प्राप्त की। दिलबाग ने ही दोनों हत्यारोपियों को भगाने में सहायता की थी।
बता दें, कि नानकमत्ता में 28 मार्च को डेरे में घुसकर दो बाइक सवार अपराधियों ने बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को नामजद किया था। मुख्य हत्यारोपी तरनतारण, पंजाब निवासी सर्वजीत सिंह और बिलासपुर यूपी निवासी अमरजीत सिंह की तलाश में पुलिस ने लगभग पांच राज्यों और भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ताबड़तोड़ दबिश दी।
हत्याकांड के आठवें दिन पुलिस ने दो हत्यारोपियों को शरण देने, हथियार उपलब्ध कराने और षड्यंत्र में शामिल चार लोगों को निगोही, शाहजहांपुर, यूपी निवासी दिलबाग सिंह, पीलीभीत निवासी अमनदीप सिंह उर्फ काला, तिलहर, शाहजहांपुर निवासी हरमिंदर उर्फ पिंदी और बाधे कंजा, करेली, पीलीभीत निवासी बलकार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें अमनदीप डेरा कार सेवा का सेवादार है।