बद्रीनाथ धाम से करीब तीन किलोमीटर दूर स्थित चीन सीमा से सटा माणा गाँव अब देश का अंतिम नहीं पहला गांव हो गया है। उल्लेखनीय है, कि पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देवभूमि उत्तराखंड यात्रा के दौरान माणा गांव पहुंचे थे। इस दौरान माणा गांव में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा माणा गांव को राष्ट्र का प्रथम गाँव कहे जाने की बात पर पीएम मोदी ने भी सहमति जताते हुए कहा था, अब तो उनके लिए भी सीमा पर बसा प्रत्येक गांव देश का पहला गांव है।
समुद्रतल से 10 हजार फिट से ज्यादा की ऊंचाई पर चमोली जनपद स्थित देवभूमि उत्तराखंड के सीमांत गांव माणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष 21 अक्टूबर को कहा था, कि पहले जिन क्षेत्रों को सीमाओं का अंत मानकर नजरअंदाज किया जाता था, हमने वहां देश की समृद्धि का आरंभ मानकर कार्य शुरू किया है। अब पीएम मोदी के कथन के अनुरूप सीमा सड़क संगठन ने सीमांत गाँव माणा के प्रवेश द्वार पर देश के प्रथम गांव का साइन बोर्ड लगा दिया है।
The signboard of the "first Indian village" in place of the "last Indian village" installed by the Border Roads Organization (BRO) at the entrance of the border village Mana. pic.twitter.com/MdrbPW7s7O
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 24, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का प्रत्येक सीमावर्ती क्षेत्र वास्तव में और अधिक जीवंत हो रहा है। इस उद्देश्य के लिए वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य सीमांत गाँवो का समुचित विकास, ग्रामवासियो के जीवन की गुणवत्ता में सुधार, स्थानीय संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देकर पर्यटन क्षमता का विकास और गैर सरकारी संगठनो के माध्यम से ‘एक गांव एक उत्पाद’ की अवधारणा पर कृषि व्यवस्था को विकसित करना है।