हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में बीते गुरुवार की शाम को सरकारी भूमि पर बने अवैध मदरसा और नमाज स्थल को ध्वस्त करने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर मुस्लिम समुदाय के लोगो ने भीषण पथराव कर दिया और बनभूलपुरा थाने पर पेट्रोल बम से हमला कर आग लगा दी। पुलिसकर्मियों ने थाने से किसी प्रकार भाग कर अपने प्राण बचाये। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों के पैर में गोली मारने के आदेश जारी किए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रशासन ने एहतियात के तौर पर शहर में कर्फ्यू लगा दिया। हल्द्वानी की घटना के बाद कोटद्वार में पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है। प्रत्येक संदिग्ध व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। माहौल खराब ना हो इस पर भी पूरी निगाह रखी जा रही है। पौड़ी जिले के तमाम पुलिस स्टेशनों से थानों से फोर्स को कोटद्वार बुला लिया गया है। वहीं उत्तराखंड में हाई अलर्ट घोषित किया गया।
Uttarakhand | Haldwani violence | A high alert has been issued in the entire state after the violence in Banbhoolpura of Haldwani: Uttarakhand Government
— ANI (@ANI) February 9, 2024
बनभूलपुरा में भड़की हिंसा के बाद पैरामिलिट्री फोर्स ने हल्द्वानी में मोर्चा संभाला लिया है। छह जिलों से भारी फोर्स मंगाई गई है। वहीं पुलिस ने उपद्रवियों का चिह्नीकरण शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है, कि कल तक सेना भी पहुंच जाएगी। हल्द्वानी हिंसा पर पुलिस प्रवक्ता आईजी निलेश आनंद भरने ने कहा, कि हिंसा में तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। हालात पर लगातार पैनी नजर रखी जा रही है। पूरे प्रदेश में संवेदनशील इलाक़ों में भी भ्रमण करने के निर्देश दिए गए है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एडीजी कानून व्यवस्था और जिलाधिकारी नैनीताल को हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा, कि आगजनी और पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान कर उनपर कड़ी कार्रवाई की जाए। सीएम धामी ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एडीजी कानून और व्यवस्था ए.पी अंशुमान को प्रभावित क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए है
दंगाइयों और उपद्रवियों के विरुद्ध करेंगे कठोरतम कार्रवाई
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना के संबंध में शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की।
पुलिस को अराजक तत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। आगजनी पथराव करने… pic.twitter.com/e5VdmR7y0o
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 9, 2024
मुख्यमंत्री धामी ने अवैध निर्माण को हटाये जाने के दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों एवं कार्मिकों पर हुए हमले तथा क्षेत्र में अशांति फैलाने की घटना पर कड़ा संज्ञान लेते हुए अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त करवाई करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए, कि जिलाधिकारी नैनीताल से निरंतर समन्वय बनाकर रखें।
पुलिस, प्रशासन व नगर निगम की टीम पर हमले, पथराव और आगजनी को लेकर शुक्रवार (9 फरवरी 2024) को नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी दी, कि पंद्रह-बीस दिन से हल्द्वानी में अलग-अलग जगहों पर और उससे पहले भी उच्च न्यायालय के आदेश पर भी अतिक्रमण पर कार्रवाई हुई है।
उन्होंने कहा, कि सरकार द्वारा भी अवैध अतिक्रमण हटाए जाने के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स गठित की गई। सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा के निर्देश दिए गए। सभी जगह विधिक रूप से कार्रवाई की गई है। सबकी बात सुनने के बाद हम आगे बढ़े। किसी विशेष संपत्ति को टारगेट करके नहीं किया गया। किसी को उकसाने की कोशिश नहीं की गई, लेकिन कुछ अराजकर तत्वों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया।
पत्रकार वार्ता के दौरान जिलाधिकारी वंदना ने बताया, कि कल तीन तरीके से हमला हुआ था। पहले पत्थरबाजी की गई। फिर पेट्रोल पंप जलाया और फिर थाना फूंका गया। हमारी कल भी सुरक्षा व्यवस्था पूरी थी। जिलाधिकारी ने कहा, कि नगर निगम की टीम जहां थाना फूंका गया वहां सफाई करने गई है। सुरक्षा व्यवस्था पूरी की गई है।
#WATCH | Haldwani violence | DM Nainital, Vandana Singh says, "The police station has been completely damaged by the mob…This is an unfortunate incident. The accused will be identified and strict action will be taken. This (incident) was not communal. I request everybody to not… pic.twitter.com/RPPSeA6Mgx
— ANI (@ANI) February 9, 2024
उन्होंने कहा, “भीड़ ने थाने को घेर लिया और थाने के अंदर मौजूद लोगों को बाहर नहीं आने दिया गया। उन पर पहले पथराव किया गया और फिर पेट्रोल बम से हमला किया गया। थाने के बाहर वाहनों में आग लगा दी गई और धुएं के कारण दम घुटने लगा। पुलिस थाने की सुरक्षा के लिए ही आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।”