गोवर्धन पूजा के पावन दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को बाबा केदार के धाम पहुंचे। केदारनाथ धाम पहुंचकर पीएम मोदी द्वारा आपदा के बाद चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंदिर के गर्भगृह में लगभग बीस मिनट तक विधिवत पूजा-अर्चना की, तत्पश्चात उन्होंने जगदगुरु आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi performs 'aarti' at Kedarnath temple in Uttarakhand pic.twitter.com/V6Xx7VzjY4
— ANI (@ANI) November 5, 2021
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प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस अवसर पर चार सौ करोड़ रुपये से ज्यादा पुनर्निर्माण परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, कि मुझे जब भी बाबा केदारनाथ धाम आने का अवसर मिलता है, तो मै इस धरती के कण-कण से जुड़ जाता हूं। इस स्थान पर आकर ऐसी दिव्य अनुभूति होती है कि उसके बारे में व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। दिवाली के अवसर पर पर मैं भारतीय सेना के सैनिकों के साथ था और आज तो मैं सैनिकों की ही भूमि पर हूँ।
Speaking at Kedarnath. Watch. https://t.co/QtCLIbRZy7
— Narendra Modi (@narendramodi) November 5, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, कि बाबा केदारनाथ के दर्शन के साथ ही आज मैंने जगद्गुरु आदि शंकराचार्य की समाधि स्थल पर कुछ पल मैंने व्यतीत किये। यह क्षण मेरे लिए एक परम दिव्य अनुभूति का था। उस स्थान पर बैठते ही प्रतीत हो रहा था, कि आदि शंकराचार्य की आंखों से वह प्रकाश पुंज प्रवाहित हो रहा है, जो भव्य भारत का विश्वास जगा रहा है।
प्रधान मोदी ने कहा, कि आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि एक बार फिर और अधिक दिव्य स्वरूप के साथ हम सबके बीच मौजूद है। इसके अलावा सरस्वती तट पर घाट का निर्माण भी हो चुका है। केदारनाथ धाम में आई भीषण आपदा से मैं व्यथित हो गया था और तुरंत बाबा केदार के धाम दौड़ा चला आया था। लेकिन मुझे यकीन था, कि एक दिन बाबा केदारनाथ धाम अपने दिव्य स्वरुप में पुनः खड़ा हो जाएगा। यह बाबा केदारनाथ के आशीर्वाद और शंकराचार्य की तपस्या से पूरा हो सकेगा।
बरसों पहले जो नुकसान यहां हुआ था, वो अकल्पनीय था।
जो लोग यहां आते थे, वो सोचते थे कि क्या ये हमारा केदार धाम फिर से उठ खड़ा होगा?
लेकिन मेरे भीतर की आवाज कह रही थी की ये पहले से अधिक आन-बान-शान के साथ खड़ा होगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) November 5, 2021
प्रधानमंत्री द्वारा केदारनाथ धाम से उत्तराखंड में भाजपा शासित सरकार द्वारा किए गए कार्यो, वैक्सीनेशन आदि का उल्लेख करने के साथ ही अयोध्या, काशी, मथुरा के साथ कुशीनगर और बुद्ध सर्किट से जुड़े धार्मिक स्थलों का जिक्र करते हुए कहा, कि भारत राष्ट्र पुनर्निर्माण की ओर बढ चला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अधिकतर संबोधन महज 32 वर्ष की अल्प आयु में सनातन धर्म को ओजस्वी शक्ति प्रदान करने वाले आदिगुरु शंकराचार्य, आध्यात्म, दर्शन और भारतीय तीर्थस्थलों के महात्म्य से वैश्विक पर्यटकों को जोड़ने की सरकार के प्रयासों पर केंद्रित रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कहा गया कि भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में पधारने पर हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी का देवभूमि उत्तराखण्ड की सवा करोड़ देवतुल्य जनता की ओर से हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया।
भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में पधारने पर हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री @narendramodi जी का देवभूमि उत्तराखण्ड की सवा करोड़ देवतुल्य जनता की ओर से हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। pic.twitter.com/HFke3vKSqF
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 5, 2021
प्रधानमंत्री मोदी के केदारनाथ आगमन पर भारी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया था। रुद्रा प्वाइंट से केदारनाथ मंदिर और ध्यान गुफा सहित गरुड़चट्टी तक पुलिस, पीएससी समेत अन्य सुरक्षा फोर्स के जवानों को तैनात किया गया था। इसके अलावा गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के मध्य पड़ने वाले पड़ावों एवं चिह्नित स्थानों पर सुरक्षा बलों को मुस्तैद किया गया था।
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