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लोकप्रिय हास्य कलाकार घनानंद, (चित्र साभार: जागरण)
कई दशकों से प्रदेश की जनता को अपने अभिनय से हंसाने वाले घन्ना भाई आज मंगलवार को सबको रुला कर चले गए। प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद ‘घन्ना भाई’ का देहरादून के अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने देहरादून के श्री महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर दुख जताया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोक कलाकार घनानंद के निधन पर शोक जताते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (X) पर लिखा, “उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद ‘घन्ना भाई’ जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें।”
उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद 'घन्ना भाई' जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें।
आपकी सरलता, मृदुता और अद्वितीय अभिनय शैली ने लोगों को न केवल… pic.twitter.com/BO2iv30Dna
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 11, 2025
सीएम धामी ने लिखा, “आपकी सरलता, मृदुता और अद्वितीय अभिनय शैली ने लोगों को न केवल हंसाया, बल्कि जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को एक अलग दृष्टिकोण से देखने का नजरिया दिया। उत्तराखण्ड के फिल्म जगत और अभिनय के क्षेत्र में आपके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। आप सदैव हमारे दिलों में जीवित रहेंगे।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें गंभीर हालत में देहरादून स्थित श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह पिछले चार दिनों से वेंटिलेटर पर थे। लगभग दो महीने पहले उनका प्रोस्टेट का ऑपरेशन हुआ था। उनके निधन की खबर से देवभूमि में शोक की लहर व्याप्त है।
बता दें, कि घनानंद ‘घन्ना भाई’ उत्तराखंड रंगमंच और स्थानीय फिल्मों के मंझे हुए कलाकार थे। 1953 में पौड़ी के गगोड़ गांव में जन्में घन्ना भाई की शिक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन जिला पौड़ी गढ़वाल से हुई थी। स्वाभाव से बेहद सहज घन्ना भाई को फिल्मों या रंगमंच पर जो भूमिका मिली, उसे उन्होंने पूरी शिद्दत से निभाया।
‘घन्ना भाई’ ने कलाकार के रूप में अपने सफर की शुरुआत 1970 में रामलीलाओं से की थी। 1974 में उन्होंने रेडियो और उसके बाद दूरदर्शन के साथ-साथ गढ़वाली और कुमाऊंनी फिल्मों में हास्य कलाकार के रूप में अभिनय किया। सुपरहिट फिल्म ‘घरजवें’ से घन्ना भाई घर-घर में पहचाने जाने लगे। उन्होंने चक्रचाल, बेटी-ब्वारी, जीतू बगडवाल, सतमंगल्या, ब्वारी हो त यनि, घन्ना भाई एमबीबीएस, घन्ना गिरगिट और यमराज जैसी हिट फिल्मों में अभिनय किया।