उत्तराखंड राज्य अस्थायी राजधानी देहरादून की जनता सड़को पर लगने वाले भीषण जाम अत्यंत पीड़ित है। शहर में लगने वाले अंतहीन जाम की समस्या के मद्देनजर राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने सम्बंधित अधिकारियो से वार्ता कर उन्हें जल्द से जल्द इस समस्या के निदान के लिए आवशयक निर्देश जारी दिए।
बीते मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में हुई एक बैठक में राज्य के पुलिस महानिदेशक द्वारा कहा गया, कि पुलिस का विशेषे ध्यान महिला सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, साइबर क्राइम एवं नशे के सौदागरों कि रोकथाम पर होना चाहिए। उन्होंने कहा, कि यातायात व्यवस्था प्रबंधन के दो प्रमुख ध्येय होते है। प्रथम सड़क सुरक्षा और दूसरा यातायात सुगमता।
डीजीपी द्वारा कहा गया, कि यातायात प्रबंधन का एक मात्र उद्देश्य महज चालान की संख्या में इजाफा अथवा शुल्क संग्रह नहीं होना चाहिए। बल्कि सड़क में होने वाली दुर्घटनाओं और इससे होने वाली जनजीवन की क्षति को रोकने का होना चाहिए। इसके अलावा डीजीपी द्वारा जनपदों में अपने अपने सुगम यातायात व्यवस्था एवं बॉटल नेक चिन्हित कर अपनी कार्य योजना की रुपरेखा से पुलिस मुख्यालय को अवगत करने के निर्देश दिए है।
पुलिस महानिदेशक द्वारा कहा गया कि अक्सर यह देखने आता है, कि सीपीयू, इंस्पेक्टर और ट्रैफिक पुलिस हाई वे और मुख्य सड़क को छोड़ शहर की गलियों में चालान काट रही है। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए, कि गलियों में आपातकाल और दुर्घटना की स्थिति में ही जाया जाए। इसके साथ ही ऐसा करने पर करने वालो के विरुद्ध कार्यवाही करने का निर्देश दिए है।