श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुलने जा रहे है। वहीं इस शुभ दिन से पहले बदरीनाथ धाम से संबंधित पांच दशक पूर्व समाप्त हुई रावल पट्टाभिषेक की ऐतिहासिक परंपरा को पुनः आरंभ किया गया है। सोमवार (6 मई 2024) को नरेंद्र नगर स्थित टिहरी राजदरबार में पूजा-अर्चना और विधि-विधान के साथ महाराजा मनुजयेंद्र शाह ने बदरीनाथ धाम के रावल का पट्टाभिषेक किया।
समाचार एजेंसी एएनआई की एक्स पोस्ट के अनुसार, इस ऐतिहासिक परंपरा को कायम रखने की पहल बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा की गई है। इसी क्रम में आज सोमवार को नरेंद्र नगर स्थित राज दरबार में पूजा अर्चना के बाद रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी को महाराजा मनुजयेंद्र शाह व महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह व बेटी शिरजा शाह ने बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय व उपाध्यक्ष किशोर पंवार की उपस्थिति में अंग वस्त्र भेंट कर सोने का कड़ा पहनाया।
Tehri Garhwal, Uttarakhand | The coronation of Shri Badrinath Dham's Rawal Ishwar Prasad Namboodri was completed in Tehri Raj Darbar.
The doors of Shri Badrinath Dham are opening on 12th May, before this, the historical tradition of Rawal coronation related to Shri Badrinath… pic.twitter.com/UR0ijBw3MO
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 6, 2024
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया, कि रावल की नियुक्ति मंदिर समिति एक्ट 1939 से पहले टिहरी के महाराजा द्वारा की जाती थी। यह पट्टाभिषेक एवं सोने का कड़ा उसी परंपरा का एक ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक प्रतीक चिह्न है।