उत्तराखंड प्रशासन ने आरक्षित वन क्षेत्र में कुकुरमुत्ते की तरह उग आई अवैध मजारों के विरुद्ध अभियान तेज कर दिया है। इसी क्रम में वन विभाग की टीम ने बीते रविवार को कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज से एक मजार को ध्वस्त किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विभाग की टीम तिमली व चौहड़पुर रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र से अभी तक नौ अवैध मजारों को हटा चुकी है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार रात को कालसी वन विभाग की तिमली रेंज में रेंजर मुकेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने एक मजार को ध्वस्त किया। रेंजर द्वारा मीडिया को बताया गया, कि अभी तक जिस स्थान पर भी वर्षो पुराने अवैध निर्माण थे, उन्हें हटा दिया गया है। उन्होंने कहा, कि जो भी अवैध निर्माण चिह्नित किये जायेंगे उस पर विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
उल्लेखनीय है, कि इस वर्ष के पहले महीने की शुरुआत से देहरादून जिले में अब तक 25 अवैध मजारों को ध्वस्त किया गया है। बताया जा रहा है, कि इसमें कई अवैध मजारें हाल-फिलहाल में बनाई गई थी। गौरतलब है, कि इन मजारों के नीचे से कोई मानव अवशेष भी प्राप्त नहीं हुआ था।
उत्तराखंड प्रशासन ने लगभग 1400 ऐसे स्थानों का चिन्हितकरण किया है, जहां इसी प्रकार से अवैध रूप से मजहबी निर्माण करके सरकारी भूमि पर जबरन अतिक्रमण किया गया है। कालसी वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अमरेश कुमार ने बताया, कि वन विभाग की टीम आरक्षित वन क्षेत्र में मजार आदि को चिह्नित करने का कार्य कर रही है।