बीते शनिवार काठगोदाम के शीशमहल स्थित शिव मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ पढ़कर लौट रहे बजरंग दल कार्यकर्त्ताओ से मजहब विशेष के लोगो द्वारा हिंसा और पथराव मामले में रविवार को पुलिस ने सख्त करवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, काठगोदाम थाना क्षेत्र में शनिवार की देर शाम करीब 6:30 बजे अचानक उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब शिव मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ करके लौट रहे शीशमहल क्षेत्र के तीन युवकों पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को शीशमहल स्थित शिव मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ कराया जाता है। बीते शनिवार बजरंग दल के तीन कार्यकर्त्ता मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ कर घर लौट रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बजरंग दल के तीनो कार्यकर्त्ताओं के गले में भगवा गमछा पड़ा था। इसी बीच मुस्लिम समुदाय के लोग भारी संख्या में हाथ में तमचा लहराते हुए पहुंचे और बजरंग दल के कार्यकर्त्ताओं को पीटने लगे। शोर शराबा मचने के बाद मौके पर बस्ती की भीड़ एकत्रित हो गई। बस्ती के लोगो ने मौके पर पहुंच कर तीन आरोपियों को दबोच लिया। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, लगभग 10 मिनट बाद ही मुस्लिम समुदाय के एक युवक ने फोनकर 50-60 लोगो को इकठ्ठा कर शीशमहल चौराहे पर पथराव शुरू कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शीशमहल चौराहे पर पथराव कर रही भीड़ के पास धारदार हथियार, लाठी-डंडे और कुछ लोगों के पास तमंचे भी थे। हथियारों से लैस मुस्लिम भीड़ ने मौके पर अपने दो साथियों को छुड़वाया और दूसरे पक्ष की ओर से पथराव होने पर तमंचा लहराते हुए फरार हो गए। इस दौरान लोगो ने मजहब विशेष के तीसरे आरोपी को दुकान में बंद कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची काठगोदाम पुलिस किसी प्रकार मामला शांत कराकर एक पक्ष को लेकर पुलिस थाने पहुंची।
घटना की सूचना मिलते ही हिंदू संगठन एकजुट होकर काठगोदम कोतवाली पहुंचे गए। आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर काफी देर बातचीत के बाद एक पक्ष ने तहरीर देते हुए जल्द से जल्द पथराव करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की। इस दौरान शहर के मेयर जोगेंद्र रौतेला समेत लगभग तीस से पैंतीस लोग कोतवाली में डटे रहे। जिसके बाद रविवार को पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 11 आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।