उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा ने हरिद्वार के त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में जोरदार प्रदर्शन किया है। राज्य गठन के बाद पहली बार हरिद्वार जिला पंचायत में स्पष्ट बहुमत जुटाकर भाजपा अपना बोर्ड बनाने जा रही है। इस बीच सात नवनिर्वाचित निर्दलीय सदस्यों ने शनिवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की, जबकि बीते दिवस बसपा के एक और पांच निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य पार्टी में शामिल हो गए थे।
धामी की फिर दिखी धमक।
चंपावत उपचुनाव के बाद अब हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव में सीएम धामी के नेतृत्व में भाजपा ने रचा इतिहास। pic.twitter.com/ldzaMDlSA2
— Prashant Umrao (@ippatel) September 29, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 44 सदस्यीय जिला पंचायत में अब भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 27 तक पहुंच गई है। इसके साथ ही अब जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पार्टी ने कसरत शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है, कि पेपर लीक धांधली और अंकिता हत्याकांड के कालखंड में हुए हरिद्वार के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया था।
विपरीत परिस्थितियों से मुकाबला करते हुए भाजपा ने चुनाव से पहले बसपा व कांग्रेस में सेंधमारी कर अपनी जड़ें मजबूत की। इस रणनीति में हरिद्वार सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा रमेश पोखरियाल निशंक की महत्वपूर्ण भूमिका रही। भाजपा ने हरिद्वार पंचायत चुनाव में वही रणनीति अपनाई, जो चंपावत उपचुनाव में अपनाई गई थी।
कुशल रणनीति और चुनावी प्रबंधन के परिणामस्वरूप जिला पंचायत की 14 सीटों पर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी जीत दर्ज करने में सफल रहे। इसके साथ ही अन्य नवनिर्वाचित निर्दलीय सदस्यों को भी भाजपा पार्टी अपने नजदीक लाने में सफल रही। बता दें, बीते शनिवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और पूर्व सीएम व सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की उपस्थित में हरिद्वार जिला पंचायत के सात नवनिर्वाचित निर्दलीय सदस्यों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
आज भाजपा प्रदेश कार्यालय देहरादून में हरिद्वार जिले के 7 नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों एवं बसपा के कई प्रदेश स्तरीय नेता एवं सैकड़ों कार्यकर्ता को प्रदेश अध्यक्ष श्री @mahendrabhatbjp जी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई। pic.twitter.com/sIpBL7jKUA
— BJP Uttarakhand (@BJP4UK) October 1, 2022
उल्लेखनीय है, कि हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस सिर्फ पांच सीट ही जीतने में सफल हो पाई है। कांग्रेस पार्टी को हैरानी इस बात पर भी है, कि पेपर लीक घोटाले और अंकिता हत्याकांड से उपजे जन आक्रोश के बावजूद भी भाजपा के प्रदर्शन पर असर क्यों नहीं पड़ा? कांग्रेसी प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने कहा, कि अंकिता हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोरा। भाजपा के प्रति आक्रोश के बावजूद वह जीती, तो जरूर चुनाव में बड़ा खेल हुआ है।