पौड़ी जिले में बीते दो दिनों में दो बालकों को अपना शिकार बनाने वाले आदमखोर तेंदुए को मारने के निर्देश सोमवार को जारी कर दिए गए है। इस संबंध में प्रमुख वन संरक्षक वन्य जीव प्रतिपालक डॉ. समीर सिन्हा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, कि तेंदुए से मानव जीवन विशेषकर बच्चों के लिए खतरे को देखते हुए अंतिम विकल्प के रूप में उसे मारने की अनुमति दी जाती है।
एएनआई की एक्स पोस्ट के अनुसार, प्रमुख वन संरक्षक वन्य डाॅ. समीर सिन्हा ने प्रभागीय वनाधिकार को दिए आदेश में कहा, कि गुलदार को पिंजरा लगाकर अथवा ट्रैक्युलाईज कर जल्द से जल्द पकड़ा जाए। उन्होंने कहा, कि यदि गुलदार संपूर्ण प्रयासों के बाद भी न पकड़ा जाए तो जन सुरक्षा को देखते हुए चिन्हित गुलदार को अंतिम विकल्प के रूप में मारने के आदेश दे दिए है।
Uttarakhand | After an 11-year-old boy was killed in a
leopard attack in Pauri Garhwal district on 3rd Feb, Forest Department orders to capture the leopard by tranquillizing it. pic.twitter.com/ZE9kmHl7e6— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 5, 2024
बता दें, कि पौड़ी के खिर्सू क्षेत्र के ग्वाड़ गांव में बीते शनिवार की देर शाम घर में गौशाला के सामने खेल रहे 11 वर्षीय अंकित सिंह पर तेंदुए ने हमला कर दिया था। इस हमले में बच्चे की मृत्यु हो गयी थी। वही एक अन्य घटना में रविवार रात श्रीनगर में चार वर्षीय अयान अंसारी को तेंदुआ घर के आंगन से उठा ले गया था। महज 24 घंटों के भीतर दो बच्चों की मौत के बाद से ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ बेहद आक्रोश है।
इन घटनाओं के बाद क्षेत्र में तैनात वन विभाग के गश्ती दल को रविवार करीब दो बजे रात तेंदुआ घटनास्थल पर नजर आया था। उसके गुर्राने की आवाज भी लगातार इलाके में सुनाई दे रही है। पिंजरा लगाने के बाद भी गुलदार पकड़ में नहीं आ रहा था और न ही वन विभाग की टीम अभी तक गुलदार को ट्रैंक्युलाइज कर पाई है। इन परिस्थितियों के मद्देनजर वन विभाग ने गुलदार को मारने के निर्देश जारी कर दिए है।