उत्तराखंड में भले ही शरदकाल में मेघ रूठे रहे, लेकिन ग्रीष्मकाल में मेघ जमकर बरस रहे है। राजधानी देहरादून समेत पहाड़ से लेकर मैदान तक जमकर बारिश हो रही है। जबकि अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात भी हुआ। चारधाम यात्रा के दौरान धामों में लगातार बारिश और बर्फबारी से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बारिश और बर्फबारी के चलते तीर्थयात्रियों की परेशानी बढ़ गई है।
उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सोमवार को बारिश और बर्फबारी की आशंका के मद्देनजर मौसम विभाग ने येला अलर्ट जारी किया है। वहीं, मैदानी इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना भी जताई जा रही है।
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य के 3500 मीटर से अधिक वाले क्षेत्रों में तेज बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है। इसके साथ ही उत्तराखंड के अन्य इलाकों में कहीं-कहीं गर्जना के साथ बारिश और ओलावृष्टि होने की भी आशंका है। इसके अलावा 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना भी जताई गई है।
उल्लेखनीय है, कि राज्यभर में अप्रैल महीने में झमाझम बारिश का दौर बना रहा और सामान्य से लगभग डेढ़ गुना बारिश दर्ज की गई। देहरादून में अप्रैल महीने में 87 मिमी से अधिक वर्षा हुई, जोकि साल 1997 के बाद सर्वाधिक है। इससे पहले वर्ष 2020 में 86.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। वही इस वर्ष जनवरी और फरवरी माह में नाम मात्र की बारिश हुई थी। जबकि मार्च में सामान्य से 30 फीसदी से अधिक वर्षा दर्ज की गई।