उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के बाद आपदा के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्शन प्लान लागू करते आगामी 30 सितम्बर 2022 तक राज्य में सरकारी कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है। राज्य के मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू की ओर से इस संदर्भ में आदेश जारी करते हुए पर्वतीय जिलों में अधिकारियों को सतर्क रहने की हिदायत दी है।
राज्य के मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्षों को दिए आदेश में कहा है, कि मानसून की अवधि के दौरान राज्य में बड़े स्तर पर आपदा की घटनाएं घटित होती है। इन आपदा प्रभावित नागरिकों के राहत बचाव कार्यो के अलावा सड़क, पेयजल, बिजली इत्यादि व्यवस्थाओं के समुचित संचालन करने के लिए भी कर्मचारियों की आवश्यकता होती है।
Employees not to get leaves during the monsoon period; leaves to be granted only in unavoidable circumstances: Uttarakhand Chief Secretary SS Sandhu pic.twitter.com/Pp9R3Ns9pf
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 4, 2022
मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, इन परिस्थितियों में सभी कर्मचारियों की छुट्टियों पर 30 सितम्बर तक रोक लगाई जाती है। उन्होंने कहा, कि प्रदेश में यह देखने को मिल रहा है, कि कई कर्मचारी उच्च अधिकारियों से लम्बी अवधि का अवकाश मंजूर करा लेते है, जिससे राहत बचाव के कार्य प्रभावित होते है। उन्होंने कहा, कि अब अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर सरकारी कर्मचारियों के अवकाश मंजूर नहीं किए जा सकेंगे।
मुख्य सचिव ने कहा, कि यदि किसी कर्मचारी को अपरिहार्य परिस्थिति में अवकाश स्वीकार किया जाता है, तो उसके आदेश में ही प्रतिस्थानी की व्यवस्था भी करनी होगी। मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने शासनादेश को सख्ती से लागू करने के आदेश भी दिए है। उल्लेखनीय है, कि सीएम पुष्कर धामी ने भी अधिकारियों के अवकाश पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। वहीं लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज ने लोनिवि और सिंचाई विभाग में अवकाश पर रोक लगाई थी। इसके बाद अब मुख्य सचिव ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है।