उत्तराखंड राज्य में हिमाचल की तर्ज पर कठोर भू-कानून बनाए जाने की मांग को लेकर प्रारंभ की गई एक हजार किलोमीटर की भू-कानून यात्रा का आज (सोमवार) को गांधी पार्क राजधानी देहरादून में समापन होगा।
उक्रांद दल के मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया, कि भू कानून यात्रा मुख्यमंत्री आवास के नजदीक से शुरू की गई थी, जिसके बाद यात्रा टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, हल्द्वानी, अल्मोड़ा, नैनीताल और हरिद्वार होते हुए आज वापस राजधानी देहरादून पहुंचेगी।
उत्तराखंड को बचाना हैं भू क़ानून लाना हैं।
हमें चाहिए भू क़ानून #उत्तराखंड_माँगे_भू_क़ानून #भू_क़ानून_पर_हल्ला_बोल pic.twitter.com/0n6V9J0DZp— Shiv Prasad Semwal (@shivparvatjan) December 17, 2021
देवभूमि उत्तराखंड की पारंपरिक संस्कृति और सभ्यता को प्रदर्शित करती विशाल सांस्कृतिक रैली रविवार को शहर में निकली गयी। उत्तराखंड के पारंपरिक वेशभूषा पहनकर सांस्कृतिक रैली में पहुंची करीब 400 महिलाओं ने लोक संस्कृति के प्रति नागरिको का ध्यान आकर्षित किया।
लोकगीत गाते और समूह में नृत्य करते लोगों की सांस्कृतिक रैली गांधी पार्क से शुरू हुई। रैली में उपस्थित महिलाओं ने एक आवाज में कठोर भू-कानून की मांग के लिए करते हुए कहा कि भू-कानून का अर्थ सीधे-सीधे देवभूमि राज्य की संस्कृति, सभ्यता और पहचान से है। इसलिए सरकार को प्रदेशवासियों की पहचान को संरक्षित रखने के लिए सख्त भू कानून का निर्माण करना चाहिए।