राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आयी है। दरअसल एक छात्र का परीक्षा कक्ष से मोबाइल चोरी हो गया। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में मोबाइल को एक प्रोफेसर साहब ले जाते हुए दिखे। इसके बाद जब आरोपी प्रोफेसर के कमरे को खंगाला गया, तो वहां से एक नहीं बल्कि 30 फोन बरामद किये गए।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, 15 दिसंबर को मेडिकल कॉलेज में छात्रों की परीक्षा थी। परीक्षा के दौरान सभी छात्रों से मोबाइल फोन परीक्षा कक्ष निरीक्षकों ने जमा करवा दिए। परीक्षा समाप्त होने के बाद एक छात्र का फोन उसे वापस नहीं मिला। छात्र का मोबाइल नहीं मिलने पर एनोटॉमी विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल द्विवेदी ने सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग में जांच की, तो वह दंग रह गए।
सीसीटीवी की जांच में मेडिकल कॉलेज में दस साल से कार्यरत एक सीनियर प्रोफेसर छात्र का फोन ले जाते दिखे। इसके बाद पूरा प्रकरण प्राचार्य प्रो. सीएम रावत के समक्ष पंहुचा। मामले की गंभीरता को देखते हुए संस्थान के प्राचार्य अन्य अधिकारियों के साथ संबंधित प्रोफेसर के कमरे में पहुंचे।
बार – बार पूछने पर भी प्रोफेसर अपने पर लगे आरोप से साफ मुकर गए। इसके बाद प्रोफेसर को सीसीटीवी फुटेज दिखाई गयी, तो भी वह नहीं माने। इसके बाद जब उनके कमरे की तलाशी ली गई, तो वहां से लगभग 30 फोन बरामद किये गए। बरामद फोन के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया, कि सभी फोन उनके हैं। इसके बाद फोन की पहचान के लिए छात्र बुलाया गया, तो उसने अपने मोबाइल फोन को फौरन पहचान लिया।
खबरों के अनुसार, छात्र का फोन फार्मेट कर दिया गया था। इससे यह साफ हो गया, कि फोन अज्ञानतावश में नहीं उठाया गया। बताया जा रहा है, कि उक्त प्रोफेसर पर क्लास में ना पढ़ाने और मोबाइल पर अनावश्यक मैसेज भेजने के भी आरोप भी पूर्व में लगे है। पूरे मामलों की जांच के लिए कॉलेज प्रशासन ने कमेटी गठित कर दी है।