मानसून की बारिश पहाड़ी इलाको में लोगों के लिए मुसीबत बनकर टूट रही है। पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के साथ-साथ भूस्खलन की मार भी लोग झेल रहे हैं। वहीं शहरों में हो रही भारी बारिश शहरों की सड़को पर सैलाब बनकर बह रही है। तेज बारिश के बाद शहरों की सड़के तेज नाले की शक्ल ले रही है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में मार्ग बंद होने से स्थानीय निवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है ।
उत्तराखंड मौसम विभाग ने प्रदेशभर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आगामी 24-48 घंटे लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा कुमाऊं के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं गढ़वाल के अधिकांश जिलों और राजधानी देहरादून में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बारिश को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। विशेषकर नदी-नालों के नजदीक नहीं जाने का सुझाव दिया है।
गौरतलब है, कि राजधानी देहरादून में धूप और बादलों की आंख-मिचौनी से उमस बेहाल कर रही है। हालांकि, दून शहर से सटे बाहरी क्षेत्रों में तीव्र बौछारों का दौर जारी हैं। बीते शुक्रवार की देर शाम भी दून में तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ी। वहीं रात को मूसलधार वर्षा से शहर के चौक- चौराहे जलमग्न हो गए। बारिश से गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन सड़को पर जलभराव ने आम नागरिकों की दिक्कतें बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को देहरादून में कहीं-कहीं मध्यम से तीव्र बारिश की संभावना व्यक्त की है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में कई दौर की तेज बारिश होने के आसार व्यक्त किये है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले तीन से चार दिन प्रदेशभर के पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों में भी तेज बारिश होने की संभावना है।
वहीं उत्तरकाशी जिले में मौसम साफ है और गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारू है। शनिवार सुबह गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नलूणा और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट के निकट लगभग एक से दो घंटे तक बाधित रहा। शनिवार को गढ़वाल के रुद्रप्रयाग जिले में बारिश के कारण नदियों ने विकराल रूप ले लिया। अलकनंदा व मंदाकिनी नदी के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी से दोनों नदियां उफान पर हैं।