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उत्तराखंड मूल के मोहन सिंह बिष्ट ने मुस्लिम बहुल्य सीट पर खिलाया ‘कमल’, (फोटो साभार: @thetribunechd)
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार (8 फरवरी 2025) को हुई काउंटिंग के रुझानों में भाजपा ने बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है। चुनाव में भाजपा ने प्रचंड जीत के साथ दिल्ली की सत्ता का रण जीत लिया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार मुस्तफाबाद सीट की काफी सुर्खियों में रही और नतीजों के दिन भी इस सीट की काफी चर्चा हो रही है।
पांच फरवरी को मुस्तफाबाद में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग हुई थी। पांच बार करावल नगर सीट से विधायक रहे उत्तराखंड मूल के मोहन सिंह बिष्ट दिल्ली की राजनीति में एक जाना-माना नाम है। मुस्तफाबाद में भाजपा प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट ने AAP, AIMIM और कांग्रेस को पटखनी दी है। बता दें, कि मुस्तफाबाद विधानसभा सीट पर मुसलमानों की आबादी करीब 40 प्रतिशत है।
भाजपा का मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद सीट से अपने सबसे अनुभवी नेताओं में से एक मोहन सिंह बिष्ट को चुनाव मैदान में उतारने का कदम कारगर साबित हुआ है। मोहन सिंह बिष्ट को 85 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं। उन्होंने अदील अहमद को 17 हजार से अधिक वोटों हराया है। वहीं इस सीट पर AIMIM ने भी दिल्ली दंगों के मास्टरमाइंड ताहिर हुसैन को टिकट दिया था।
Big Win for BJP! Mohan Singh Bisht clinches Muslim-majority Mustafabad seat, defeating AAP’s Adeel Ahmad Khan by over 17,000 votes.#DelhiResultsWithOrganiser #Mustafabad #MohanSinghBisht pic.twitter.com/85DcorkgWm
— Organiser Weekly (@eOrganiser) February 8, 2025
मुस्तफाबाद विधानसभा चुनाव की मतगणना में मोहन सिंह बिष्ट किसी भी राउंड में पीछे नहीं हुए। मोहन सिंह बिष्ट भाजपा के पुराने और बड़े नेता हैं। वह 1990 के दशक से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हैं। इस बार बीजेपी ने उनको मुस्तफाबाद सीट से चुनाव मैदान में उतारा, जबकि मोहन सिंह बिष्ट करावल से ही चुनाव लड़ना चाहते थे। सीट बदलने की नाराजगी के बावजूद मोहन सिंह बिष्ट पार्टी के विश्वास पर खरे उतरे और मुस्तफाबाद सीट से प्रचंड जीत हासिल की।