श्रावण मास की आध्यात्मिक कांवड़ यात्रा के आखिरी चरण में रविवार (24 जुलाई 2022) को धर्मनगरी हरिद्वार में डाक कांवड़ियों का सैलाब उमड़ आया। इस दौरान हरिद्वार की मुख्य सड़कों से लेकर संपर्क मार्ग पूर्ण रूप से जाम हो गए। वहीं हरकी पैड़ी इलाके में कावंड़ियों का सैलाब इस कदर उमड़ आया, कि क्षेत्र के बाजार में एक कदम रखने का स्थान भी नहीं मिल रहा था। सड़कों पर भीषण जाम के चलते जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय भी डामकोठी के पास अपने वाहन से उतरकर बाइक से व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने निकल पड़े।
#WATCH | Uttarakhand: Large number of Kanwariyas gathered at Haridwar as part of the ongoing Kanwar Yatra. pic.twitter.com/5GzPV6U6G0
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 24, 2022
उल्लेखनीय है, कि 14 जुलाई से आरंभ हुई कांवड़ यात्रा के प्रथम चरण में पैदल कांवड़ श्रद्धालुओं का जत्था हरकी पैड़ी से जल भरकर अपने गंतव्य की ओर से निकलने लगा था। कांवड़ पटरी मार्ग से गुजरने वाली पैदल कांवड़ यात्रा के दौरान शहरवासियों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा था। इससे हाईवे से बाहरी राज्यों के लोगों को आने-जाने में भी राहत मिली हुई थी।
लेकिन दो दिन पूर्व आरंभ हुई डाक कांवड़ के चलते नगर की यातायात व्यवस्था की स्थिति खराब होने लगी थी। रविवार (24 जुलाई 2022) के दिन तो डाक कांवड़ियों का हुजूम मुख्य सड़कों से लेकर शहर के संपर्क मार्गों पर देखने को मिल रहा था। इससे हाईवे से लेकर शहर की सड़कों पर कांवड़ श्रद्धालुओं का विशाल जन सैलाब नजर आ रहा था। वहीं डाक कांवड़ियों के बिना साइलेंसर वाले दोपहिया वाहन हाईवे से लेकर शहर के संपर्क मार्गों और गली-मोहल्लों में घुसे जा रहे थे।
डाक कांवड़ यात्रा के चरम पर पहुंचने पर धार्मिक नगरी हरिद्वार में कांवड़ यात्रियों के वाहनों का शोर थमने का नाम ही नहीं ले रहा था। बिना साइलेंसर और प्रेशर हॉर्न शहर की गली और मोहल्लों में रहने वाले लोगों के कान फोड़ रहे थे। जिलाधिकारी हरिद्वार ने मीडिया को बताया, कि डाक कांवड़ियों का अधिक दबाव होने से राष्ट्रीय राजमार्ग और संपर्क मार्ग पैक हो गए है। शहर के भीतरी क्षेत्रों में स्थिति सामान्य है, जिससे स्थानीय निवासियों को बड़ी राहत मिली है।