गोवर्धन पूजा यानी अन्नकूट पर्व बुधवार (26 फरवरी 2022) को उत्तराखंड में हर्षोल्लाष से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने मंदिर और घरों में गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर विधिवत पूजा अर्चना की। गोवेर्धन पूजा के पर्व पर भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग लगाकर आराधना की गई। वहीं गौ सदनों में भी गोवंश की पूजा हुई और अन्न ग्रहण कराया गया।
बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समस्त राज्यवासियों को प्रकृति एवं पशुधन को समर्पित पावन पर्व गोवर्धन पूजा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। सीएम धामी ने भी परिवार समेत गोवर्धन पूजा के अवसर पर गौ माता की पूजा अर्चना की।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा, “आज गोवर्धन पूजा के शुभ अवसर पर सनातन संस्कृति एवं समस्त मानव जाति के लिए पूजनीय गौ माता का पूजन किया। आइए हम सभी प्रकृति हितैषी, पशुधन प्रेम एवं पर्यावरण संरक्षण की परंपराओं के संवर्धन हेतु संकल्पित हों।’
"गावो विश्वस्य मातर:"
आज गोवर्धन पूजा के शुभ अवसर पर सनातन संस्कृति एवं समस्त मानव जाति के लिए पूजनीय गौ माता का पूजन किया।
आइए हम सभी प्रकृति हितैषी, पशुधन प्रेम एवं पर्यावरण संरक्षण की परंपराओं के संवर्धन हेतु संकल्पित हों। pic.twitter.com/6KHam6yCp4
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 26, 2022
उल्लेखनीय है, कि प्रत्येक वर्ष दीपावली के अगले दिवस यानी प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा का विधान है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, बीते मंगलवार को सूर्यग्रहण के कारण एक दिन बाद यानी 26 अक्तूबर को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया गया। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र देव के अहंकार को नष्ट किया था, और ब्रजवासियों को वर्षा के देवता इंद्र के प्रकोप से बचाया था।
भगवान श्रीकृष्ण की इसी लीला के उपलक्ष्य में दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। प्रतिपदा तिथि मंगलवार शाम चार बजकर 18 मिनट से बुधवार दोपहर दो बजकर 42 मिनट तक रहेगी।