राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में प्रदेश के 19 शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत द्वारा चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को पुरस्कार प्रदान किए।
राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा, गुरु का स्थान सबसे ऊपर है। राज्य शैक्षिक पुरस्कार से चयनित उत्कृष्ट शिक्षक अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत है। अपने गुरुओं को याद करते हुए राज्यपाल ने कहा, कि गुरुओं द्वारा दिया गया ज्ञान आज भी मार्गदर्शन और प्रेरणा देता है।
#WATCH | Uttarakhand Governor Lieutenant General Gurmit Singh (Retd.) and CM Pushkar Singh Dhami attend 'Shailesh Matiyani State Educational Excellence Award' program organized on the occasion of Teachers' Day, in Dehradun pic.twitter.com/DVkRigzrMG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 5, 2024
शिक्षक दिवस के अवसर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा, कि यह दिन शिक्षकों के प्रति आदर सम्मान प्रकट करने का दिन है। आज के दिन सम्मानित हो रहे शिक्षकों ने समाज में ज्ञान का संचार एवं अपने अनुभव और मार्गदर्शन से विद्यार्थियों के जीवन को आकार देने का कार्य किया है।
सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा, भारतीय संस्कृति में गुरु का सर्वोच्च स्थान होता है। शिक्षक हर स्थिति में अपने विद्यार्थी को मार्गदर्शन देने का कार्य करता है। गुरु ही अपने प्रकाश से अंधकार की अज्ञानता को दूर करता है। उन्होंने कहा, “शास्त्रों में भी कहा गया है कि गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम:। शिष्य की पहचान गुरु से होती है।”
मुख्यमंत्री ने कहा,”आज पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी शिक्षक अन्य शिक्षकों के लिए रोल मॉडल हैं। आज 19 लोगों को सम्मानित किया गया है। आप सभी लोग विशिष्ट हैं।” उन्होंने कहा, “शैलेश मटियानी पुरस्कार की राशि को दस हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपये किया जाएगा।”
"शैलेश मटियानी पुरस्कार की राशि को दस हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपये किया जाएगा।": मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी।#TeachersDay pic.twitter.com/2VLgJbl5yK
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) September 5, 2024
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “रामायण कालखंड हो या फिर महाभारत सभी कालखंड में गुरु का स्थान सर्वोच्च रहा है। गुरु का कार्य केवल शिक्षा देना नहीं बल्कि छात्रों के व्यक्तित्व का निर्माण करना भी है। आज नैतिक शिक्षा की आवश्यकता है।” सीएम धामी ने कहा, “तकनीक के दौर में एक शिक्षक ही वह कड़ी है जो छात्रों को सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों से जोड़ने का काम करते हैं। राज्य के विकास और नौनिहालों के विकास में आपके योगदान को न्यून नहीं किया जा सकता।”