देश के युवा मुख्यमंत्रियों में अग्रणी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा शासित राज्यों में अपनी लोकप्रियता की छाप फिर से छोड़ी है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद सीएम धामी देशभर में दूसरे सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में उभरे हैं। लोकसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक विजय ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के राजनीतिक कद में भी इजाफा किया है।
मीडिया संस्थान नवभारत टाइम्स ऑनलाइन ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के बाद भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री को लेकर पोल कराया। इस सर्वे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम पर 51.1 फीसदी जनता ने पोल कर सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री पर मुहर लगाई है, जबकि पोल के दौरान जनता ने कमेंट के माध्यम से भी मुख्यमंत्री धामी के धाकड़ फैसलों और कार्यप्रणाली की खुलकर प्रसंशा की है।
मुख्यमंत्रियों पर सर्वे, योगी के बाद सबसे लोकप्रिय नेता चुने गए पुष्कर सिंह धामीhttps://t.co/zMuNrz8mpi
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) August 26, 2024
गौरतलब है, कि मुख्यमंत्री धामी के निर्णयों ने उन्हें प्रदेश के एक लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित किया है। सीएम धामी ने बीते तीन सालों में ऐसे कई ऐतिहासिक फैसले लिए है, जिसके चलते वह भाजपा के नए युवा चेहरे के तौर पर उभरे। सीएम धामी ने समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून और लैंड जिहाद जैसे ऐतिहासिक फैसले लेते हुए अपने रणनीतिक कौशल और राजनीतिक सूझ-बूझ का परिचय दिया है।
बता दें, कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में देश के ताकतवर भारतीयों की सूची में 61वां स्थान प्राप्त किया था। साथ ही विकास कार्यों के क्षेत्र में भी नीति आयोग की सतत विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड को देशभर में पहला स्थान दिलाकर स्वयं को एक सक्षम और प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित किया है। बता दें, कि सीएम धामी सोशल मीडिया पर भी बेहद लोकप्रिय है।
सीएम धामी कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बाद देश में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले नेताओं की सूची में शामिल हो चुके है और उनके फेसबुक पेज पर फॉलोवर्स की संख्या एक करोड़ को पार कर चुकी है। मुख्यमंत्री धामी ने अपने तीन साल के कार्यकाल में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं, जिनमें देश का पहला सख्त नकलरोधी कानून और उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करना शामिल है।
इसके अलावा सिलक्यारा सुरंग आपदा, जोशीमठ और केदारनाथ आपदाओं के प्रबंधन में उनकी कुशलता और स्थानीय समस्याओं के समाधान में सीएम धामी की सक्रिय भूमिका सराहनीय रही। उन्होंने लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पांचों सीटों पर रिकॉर्ड जीत दिलाई, जिससे उनकी नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता में और बढ़ोतरी हुई है। बता दें, कि भाजपा ने प्रदेश की सभी पांचों सीटों पर लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया था।