देवभूमि उत्तराखंड स्थित कैंची धाम की यात्रा जल्द ही आसान होने वाली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कैची धाम के निकट दो किलोमीटर लंबा बाईपास बनाये जाने की योजना पर कार्य चल रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को जाम के झंझट से मुक्ति मिल सकेगी। इसके साथ ही कैची धाम में 325 मीटर लंबी सुरंग बनाने का भी प्रस्ताव है। लोक निर्माण विभाग ने इन दोनों निर्माण कार्यों के लिए केंद्र को रिपोर्ट भेज दी है। अब केंद्र की सहमति के बाद ही डीपीआर तैयार की जाएगी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैची धाम में पहुंचने के लिए होने वाली जाम की समस्या के दृष्टिगत बाईपास बनाने के संकेत दिए थे, जिस पर लगभग कार्य शुरू हो गया है। इसके तहत यहां भवाली सेनेटोरियम एचपी बंद से बाईपास का निर्माण कार्य शुरू होगा। यह बाईपास दो किलोमीटर बाद रति घाट स्थित पेट्रोल पंप के पास पुरानी सड़क से मिलेगा।
कैंची धाम मंदिर के निकट बाईपास बनने से इस मार्ग से सिर्फ कैंची धाम जाने वाले श्रद्धालुओं का आवागमन होगा। इसके साथ ही जानकारी है, कि कैची धाम में 325 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण भी प्रस्तावित है, जिससे यातायात को सुगम बनाने में मदद मिलेगी और श्रद्धालुओं को जाम से छुटकारा मिलेगा।
उल्लेखनीय है, कि नैनीताल स्थित कैंची धाम मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। प्रत्येक वर्ष 15 जून को मंदिर स्थापना दिवस पर इस दिव्य धाम में बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। बाबा नीब करोली ने 15 जून 1964 को कैंची धाम में हनुमान जी की प्रतिमा की प्रतिष्ठा की थी। इस दिन यहां आना श्रेष्ठ माना जाता है। इसके साथ ही शनिवार और रविवार को यहां श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होती है, जिस कारण श्रद्धालु और हाईवे से गुजरने वाले अन्य वाहन घंटों जाम में फंसे रहते है।
बता दें, कैंची धाम नैनीताल–अल्मोडा मार्ग पर नैनीताल से लगभग 17 किलोमीटर एवं भवाली से 9 किलोमीटर पर स्थित है। इस दिव्य स्थान पर बाबा नीब करौली महाराज जी का आश्रम स्थित है। दरअसल इस स्थान का नाम कैंची मोटर मार्ग के दो तीव्र मोडों के कारण रखा गया है। इसका कैंची से कोई संबंध नहीं है। ये स्थान कैंची के आकार की बनी है, इसलिए इसे कैंची धाम के नाम से जाना जाता है।