चारधाम यात्रा के लिए बुधवार को पंजीकरण का आंकड़ा 18 लाख के पार पहुंच गया है। चारों धामों में दर्शन के लिए टोकन सिस्टम व्यवस्था लागू किये जाने संबंध में बुधवार (1 मई 2024) को पर्यटन विभाग ने उत्तरकाशी, हरिद्वार, चमोली व रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी, एसएसपी को पत्र जारी कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.पूजा गर्ब्याल द्वारा भेजे पत्र में कहा गया है, कि चारधाम यात्रा में पूर्व की भांति इस बार भी पंजीकरण अनिवार्य रूप से लागू किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के तहत अब यह तय किया गया है, कि सभी धामों में दर्शन के लिए कतार प्रबंधन अथवा स्लॉट सिस्टम लागू किया जाएगा।
अपर मुख्य कार्यकारी ने अधिकारियों से टोकन व्यवस्था को मजबूती से लागू किये जाने के निर्देश जारी करते हुए देते कहा, कि पिछले वर्ष पर्यटन विभाग ने टोकन सिस्टम लागू किया था, जो अधिक सफल नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा, कि इस बार पूरी रणनीति के साथ यह व्यवस्था लागू की जा रही है।
इसके साथ ही चारधाम यात्रा के शुरूआती 15 दिनों में 10 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्रियों के पहुंचने की संभावनाओं के दृष्टिगत सरकार ने सभी राज्यों के वीआईपी, वीवीआईपी को दर्शन के लिए न आने का अनुरोध किया है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बुधवार को बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय और सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे के साथ बैठक के दौरान चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की।
बैठक के बाद सभी राज्यों को भेजे गए एक पत्र में कहा गया है, कि 10 से 25 मई के बीच चारों धाम में 10 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों के पहुंचने की संभावना है। इसकी तैयारियों के लिए पूरी सरकारी मशीनरी जुटी हुई है। इस लिहाजा, सभी राज्यों से अनुरोध किया गया है, कि 15 दिन की इस अवधि में उनके वीआईपी या वीवीआईपी दर्शन के लिए न आएं।
बता दें, कि यमुनोत्री के लिए 2,92,193, गंगोत्री के लिए 3,29,246, केदारनाथ के लिए 6,33,568, बदरीनाथ के लिए 5,33,518, हेमकुंड साहिब के लिए 31,852 पंजीकरण हो चुके है। अब तक कुल 18 लाख 20 हजार 377 श्रद्धालुओं ने चारधाम के लिए पंजीकरण करा लिया है।