केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के लिए लगातार तीसरे दिन भी रेस्क्यू अभियान जारी है। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली के नजदीक सुबह थारू कैंप में रेस्क्यू के दौरान एक शव और दोपहर में एक और शव बरामद हुआ है। हादसे के तीसरे दिन शनिवार तक 300 यात्रियों का पैदल रेस्क्यू किया जा चुका है। एयरलिफ्ट के लिए चार हेलिकॉप्टर लगाए गए है, हालांकि मौसम खराब होने के चलते एक ही हेलिकॉप्टर उड़ान भर पाया।
गौरतलब है, कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार रुद्रप्रयाग में रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट ले रहे है और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर रहे है। सीएम धामी ने शनिवार सुबह शासकीय आवास में वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी (रुद्रप्रयाग) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (रुद्रप्रयाग) से आपदा प्रभावित क्षेत्र में संचालित राहत एवं बचाव कार्यों के विषय पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
प्रातः काल शासकीय आवास में वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी (रुद्रप्रयाग) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (रुद्रप्रयाग) से आपदा प्रभावित क्षेत्र में संचालित राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी प्राप्त ली।
हमारी सरकार SDRF, NDRF सहित अन्य बचाव दलों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता… pic.twitter.com/jYcj7UlkaL
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 3, 2024
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि हमारी सरकार SDRF, NDRF सहित अन्य बचाव दलों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता से कार्य कर रही है। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। स्वयं बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहा हूं। उन्होंने कहा, कि जल्द ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फंसे सभी लोगों का रेस्क्यू कर लिया जाएगा। स्थानीय नागरिकों समेत 5000 से अधिक श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
वहीं विभिन्न पड़ावों पर फंसे हुए श्रद्धालुओं एवं स्थानीय निवासियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन समेत अन्य सुरक्षा बल लगातार कार्य कर रहे है। शनिवार को लगातार तीसरे दिन रेस्क्यू एवं राहत कार्यों के तहत भीमबली सहित अन्य स्थानों पर जिला प्रशासन एवं खाद्य विभाग द्वारा फूड पैकेट का वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा जीएमवीएन द्वारा केदारनाथ सहित अन्य स्थानों पर फंसे लोगों के लिए भोजन व्यवस्था की गई।
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने बताया, कि पैदल मार्ग काफी स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया, कि नेटवर्क न रहने के कारण काफी लोगों का उनके परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा था, इनमें से रेस्क्यू के उपरांत लोगों का उनके परिजनों से संपर्क हो गया है और अधिकांश लोग अपने घर सकुशल पहुंच भी गए है।
श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर चीड़वासा में हेलीपैड पर बोल्डर गिरने से हेलीकॉप्टर उतरने में व्यवधान हो रहा था #UttarakhandPolice SDRF टीम ने हेलीपैड से बोल्डर व अतिरिक्त समान हटाकर हेलीपैड को सुचारु किया। तत्पश्चात चीड़वासा से 60 यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया।@uksdrf pic.twitter.com/qta1B6BhAd
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) August 3, 2024
वहीं उत्तराखंड में मानसून की बारिश का दौर फिलहाल जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने शनिवार को भी उत्तराखंड में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के 7 जनपदों उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल और चंपावत के कुछ इलाकों में तेज बारिश के आसार हैं। ऐसे में इन इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की जरुरत है।