यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में फंसे हुए तकरीबन 40 मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन छठवें दिन भी जारी है। पिछले दो दिनों से आ रही तकनीकी दिक्कतों के बाद दिल्ली से मंगाई गई उच्च क्षमता की ड्रिलिंग मशीन (अमेरिकन औगर) से देर रात तक 900 मिमी व्यास के 6 मीटर लंबे तीन पाइप बिछा दिए गए है। विशेषज्ञों के अनुसार, करीब 110 घंटे से भी अधिक वक्त से सुरंग के भीतर फंसे 40 श्रमिकों को बाहर निकालने में अभी 30 से 35 घंटे का समय और लग सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चलाये जा रहे रेस्क्यू अभियान पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) लगातार नजर बनाए है। पीएम नरेंद्र मोदी अभियान की प्रगति का लगातार अपडेट ले रहे है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा, कि हमारी अभी सबसे पहली प्राथमिकता 40 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की है।
बीते गुरुवार को केंद्रीय भूतल परिवहन राज्य मंत्री जनरल (सेनि) वीके सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने श्रमिकों से सुरंग में बिछे पानी निकासी के पाइप के जरिए वॉकी-टॉकी से बातचीत की। वीके सिंह ने मीडिया को जानकारी दी, कि सुरंग के अंदर फंसे लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकालना पहली प्राथमिकता है। इसके लिए प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री, मुख्यमंत्री समेत अन्य सभी एजेंसियां मिलकर कार्य कर रही हैं।
उन्हाेंने कहा, कि जब रेस्क्यू अभियान शुरू हुआ, तो मलबा गिर रहा था, इसलिए मशीन से यहां ड्रिलिंग कर लोगों को बचाने का निर्णय लिया गया, लेकिन पुरानी मशीन में कुछ रुकावट आई। अब नई मशीन लगाई गई है, जिसकी पावर और स्पीड पुरानी मशीन से अधिक है। मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा, कि घटना के कारणों की अलग से गहनता से जांच होगी। वर्तमान में पहली प्राथमिकता सुरंग में फंसे लोगों को बचाना है। उन्होंने बचाव कार्य दो से तीन में पूरा कर लेने की बात कही है।
#WATCH | Uttarkashi tunnel accident: Drone visuals of rescue operations that are underway for the 5th day after a part of the Silkyara tunnel collapsed on November 12, trapping 40 labourers pic.twitter.com/AJ7eTt2Upr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 16, 2023
पिछले पांच दिनों से सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू मिशन का काम केंद्र सरकार के संभालते ही सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमों ने संभाल लिया है। सुरंग से लगी मुख्य बैरिकेडिंग पर आईटीबीपी ने मोर्चा संभाल लिया है। जो बिना पास के किसी को भी सुरंग में प्रवेश करने नहीं दे रहे हैं। बता दें, पहले टनल के मुहाने पर की गई बैरिकेडिंग पर पहले उत्तराखंड पुलिस व एसडीआरएफ के जवान तैनात थे।