आजकल ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में भी काफी तेजी देखी जा रही है। साइबर अपराधी खुद को किसी वित्तीय संस्थान का कर्मचारी बताकर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना लेते है। ऑनलाइन कार्यो में जरा सी चूक से साइबर अपराधी पीड़ित को बड़ी चपत लगा लेते है। इसी क्रम में देहरादून में एक रिटायर्ड प्रोफेसर के साथ बैंक केवाईसी अपडेट के नाम पर 9.85 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साइबर अपराधी ने स्वयं को एस.बी.आई का कर्मचारी बताकर प्रोफेसर से संपर्क किया और ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, प्रोफेसर डॉ. किशन लाल खट्टर रिटायर्डमेंट के बाद अपने बेटे के साथ देहरादून आईटीबीपी रोड स्थित कैपिटल हाइट्स आवास में रहते है। पीड़ित ने बताया, कि 2 अगस्त को उन्हें एक अनजान मोबाइल नंबर से फोन आया था।
कॉल करने वाले शख्स ने उन्हें भरोसा दिलाया, कि उन्हें केवाईसी अपडेट के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं है और ऑनलाइन के जरिए केवाईसी प्रक्रिया को पूर्ण कर दिया जायेगा। पीड़ित को अपने भरोसे में लेने के बाद साइबर ठग ने प्रोफेसर से एसबीआई की फर्जी एप डाउनलोड करवाने और एक लिंक भेजकर फार्म भरवाने की प्रक्रिया पूरी करवाई।
इस दौरान जैसे ही प्रोफेसर ने ऑनलाइन फार्म भरा उनके मोबाइल पर बैंक लेन-देन और इंटरनेट बैंकिंग से संबंधित मैसेज आने लगे। साइबर ठग ने उनकी ई-मेल आईडी और इंटरनेट बैंकिंग पासवर्ड बदलकर खाते से 9.85 लाख रुपये निकाल लिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी ने केस दर्जकर जांच शुरू कर दी है।