उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक घोटाले मामले में 11 और आरोपियों के खिलाफ एसटीएफ ने अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। उल्लेखनीय है, कि 28 आरोपियों के विरुद्ध एसआईटी पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने जानकारी दी, कि गुरुवार (20 अक्टूबर 2022) को 11 और आरोपियों के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। इस चार्जशीट में संजीव कुमार चौहान, बलवंत रौतेला, फिरोज हैदर, संपन्न कुमार राव, शशिकांत, संदीप कुमार शर्मा, अमित कुमार सक्सेना, संजीव कुमार चौहान, अंजीत कुमार चौहान उर्फ बबलू, विकास कुमार चौहान, राजेश चौहान के नाम शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार, एसटीएफ ने आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471, 34, 120बी, 3, 4, 5, 9 और उत्तर प्रदेश सार्वजनिक नकल अधिनियम के अंतर्गत चार्जशीट दाखिल की गई। आरएमएस सॉल्यूशन कंपनी के मालिक राजेश चौहान के खिलाफ धारा 409 भी लगाई गई है। बता दें, इस मामले में अब तक कुल 39 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
जानकारी के लिए बता दें, मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर पेपर लीक मामले में 22 जुलाई को एसटीएफ ने मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में अब तक 41 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है। आरोपित हाकम सिंह समेत 21 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया है।
वहीं सचिवालय रक्षक भर्ती घपले में भी एसटीएफ ने चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने जानकारी दी, कि इस घपले में सबसे पहले आरएमएस कंपनी के कर्मचारी प्रदीप पाल को गिरफ्तार किया गया था। उसने प्रिंटिंग के दौरान पेन ड्राइव में पेपर निकाला था। इसे बाद में दलालों ने अभ्यर्थियों को पेपर बेचा था। प्रदीप लाल के खिलाफ एसटीएफ ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।