देहरादून निवासी एक महिला से 19 लाख की ठगी करने वाले नाइजीरियन गिरोह का उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने खुलासा किया है। गिरोह के सरगना को एसटीएफ ने दिल्ली से धर दबोचा। नाइजीरियन गिरोह के सात लोगों को नोटिस जारी किये गए है। एसटीएफ ने नाइजीरियन नागरिक से 19 मोबाइल फोन और पांच लैपटॉप बरामद किये है। इन उपकरणों के माध्यम से ही ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी दी, कि देहरादून निवासी एक महिला ने तहरीर दी, कि उनके मोबाइल पर 20 जनवरी को किसी अज्ञात नंबर से कॉल आई थी। दूसरी ओर से बात करने वाले शख्स ने खुद को यूनाइटेड किंगडम का नागरिक बताया। महिला ने व्यक्ति पर भरोसा करते हुए बातचीत शुरू का दी। कुछ दिनों बाद आरोपित ने महिला से उनका पता पूछते हुए उन्हें गिफ्ट भेजने की बात कही।
देश में पहली बार एक साथ 8 नाइजीरियन ठगों पर बड़ी कार्यवाही
कस्टम डिपार्टमेण्ट का अधिकारी बनकर देश के कोने-कोने में लोगों से साइबर ठगी करने वाले 8 नाइजीरियन नागरिकों को #UttarakhandPolice @UKCyberPolice द्वारा नई दिल्ली में पकड़ कर कानूनी कार्यवाही की गई।@ANINewsUP pic.twitter.com/FpDNDxi8kc
— उत्तराखण्ड पुलिस – Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) June 25, 2023
24 जनवरी को उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसने खुद को दिल्ली एयरपोर्ट में कस्टम विभाग के क्लियरेंस सेल की कर्मचारी बताते हुए कहा, कि आपको एक पार्सल भेजा गया है और उसकी डिलीवरी के लिए कुछ शुल्क अदा करना पड़ेगा। इसके बाद उन्हें अगल-अलग नंबरो से फोन आये और उनसे अलग-अलग फ़ीस के नाम पर 19 लाख रुपये ले लिए गए।
महिला को जब अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ, तो उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दी। मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड पुलिस की टीम ठगों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने जब बैंक खातों व मोबाइल नबरों की जाँच की तो वह दिल्ली के पाए गए। इसके बाद पुलिस ने गिरोह के 8 आरोपितों को दिल्ली के मोहन गार्डन से दबोच लिया।
पुलिस की तफ्तीश के दौरान पता चला, कि नाइजीरियन गिरोह के सदस्य महिलाओं या पुरुषों के साथ अपने पर्सनल नंबर से बात करते है। ठग खुद को ब्रिटेन का नागरिक बताकर दोस्ती किया करते थे। उसके बाद लोगों को झांसे में लेने के लिए उन्हें कीमती गिफ्ट भेजने की बात करते थे। इसके बाद पीड़ितों को एयरपोर्ट के कस्टम डिपार्टमेंट अधिकारी बनकर उनके विरुद्ध विदेश से बिना टैक्स और अवैध तरीके से गिफ्ट मंगवाने के लिए कस्टम डिपार्टमेंट में अभियोग पंजीकृत करवाने की धमकी देते है। और फिर इससे निपटने के लिए लाखों रुपये की मांग की जाती है। जिस वजह से भोले-भाले लोग ठगी का शिकार बन जाते है।
बता दें, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पिछले कुछ समय में साइबर ठगी के कई मामले सामने आए है, जिनमें बाहरी राज्यों के भी कई मामलों का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन देश में संभवतः पहली बार ऐसा हुआ होगा, कि विदेशी ठगों के गिरोह पर उत्तराखंड एसटीएफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है।