मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार (23 नवंबर 2022) को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में सशक्त उत्तराखंड @25 चिंतन शिविर के समापन सत्र के दौरान अपने संबोधन में कहा,” सरलीकरण, समाधान और निस्तारण की बात हम लोग लगातार कर रहे है, हमें इसे व्यवहार में लाना होगा। सीएम धामी ने कहा, कि राज्य का विकास हो या फिर राष्ट्र का विकास हो, ये तभी संभव होगा, जब हमारी ग्राम सभाएं मजबूत होंगी।
सरलीकरण, समाधान और निस्तारण की बात हम लोग लगातार कर रहे हैं, हमें इसे व्यवहार में लाना होगा… प्रदेश का विकास हो या फिर देश का विकास हो ये तभी संभव होगा जब हमारी ग्राम सभाएं मजबूत होंगी: मसूरी में चिंतन शिविर सशक्त उत्तराखण्ड @ 25 के समापन सत्र में उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी pic.twitter.com/Zo7kRYG7Hx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2022
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चिंतन शिविर के समापन सत्र के दौरान कहा, कि चिंतन शिविर में चर्चा के दौरान आए अहम सुझावों को कैबिनेट बैठक में लाया जाएगा। सीएम धामी ने कहा, कि वर्ष 2025 तक उत्तराखंड राज्य को प्रत्येक क्षेत्र में राष्ट्र का अग्रणी राज्य बनाने के लिए विगत तीन दिनों से जो मंथन हुआ, इसके आने वाले समय में सुखद परिणाम दिखाई देंगे। उन्होंने कहा, कि प्रदेश के विकास के लिए अधिकारियों की ओर से जो रोडमैप तैयार किया जा रहा है, इसका प्रस्तुतीकरण देखकर अच्छा प्रतीत हो रहा है।
सीएम धामी ने अपने संबोधन में आगे कहा, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में अनेकों विकास कार्य हो रहे है। उन्होंने कहा, कि प्रधानमंत्री जी उत्तराखंड के विकास के प्रति सदैव चिंतित रहते है। चारधाम आल वेदर रोड, पर्वतमाला, हवाई सेवाओं के विस्तार, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन, केदारनाथ पुनर्निर्माण, बद्रीनाथ मास्टर प्लान पर तीव्र गति से कार्य हो रहा है।
LIVE: मसूरी में चिंतन शिविर सशक्त उत्तराखण्ड @ 25 के समापन सत्र में संबोधन
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मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि प्रदेश में खेती एवं बागवानी को बंदरों द्वारा बेहद नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जिससे अधिकतर ग्रामीण कृषि एवं बागवानी में कम रूचि ले रहे है। इस कारण से ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन भी हो रहा है। इस दिशा में खास तौर पर ध्यान देने की आवश्यकता है। सीएम धामी ने कहा, कि गांवों में जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को चौपाल लगाकर जन समस्याएं सुननी होंगी, ताकि उन समस्याओं का शीघ्रता से समाधान हो सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य के मुख्य सचिव को निर्देशित किया गया, कि यह सुनिश्चित किया जाए, कि जन समस्याओं का समाधान शीघ्रता से किया जाए। जिन समस्याओं का समाधान तहसील या जिला स्तर पर किया जा सकता है, वह अनावश्यक रूप से शासन, मंत्रियों और मुख्यमंत्री तक ना पहुंचे। इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि इस प्रकार के आयोजन अगले छह माह में फिर से आयोजित करने का प्रयास किया जायेगा। सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये, कि एक साधारण व्यक्ति जैसे सोचता है, वैसे ही आसान तरीके से जनता की समस्याओं का समाधान करने पर ध्यान केंद्रित करें। यह भी अच्छी पहल है, कि जूनियर अधिकारी प्रस्तुतिकरण दे रहे थे और सीनियर सवाल कर रहे थे।
चिंतन शिविर में चर्चा के दौरान वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा, कि वन पंचायतों के जरिये स्थानीय लोगों को वनों से जोड़ना होगा। इसके लिये वनों के माध्यम से उनकी आजीविका को बढ़ाने के प्रयास करने है। वहीं कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने चर्चा के दौरान कहा, कि आईटीआई में बच्चों को अच्छा प्रशिक्षण मिले, इसके लिए आईटीआई में जरुरी संसाधनों एवं मैनपावर को बढ़ाने की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा।