चीन के हुनान प्रांत में स्थित इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना माना जाने वाला 1410 फीट लम्बे कांच के पुल के तर्ज पर टिहरी झील के ऊपर भी ग्लास ब्रिज के निर्माण योजना पर कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। इसके लिए डीपीआर बननी शुरू हो गयी है। इस योजना के अंतर्गत टिपरी से मदन नेगी तक पर्यटक रोपवे से जायेगे और मदननेगी से धारकोट के बीच टिहरी झील के ऊपर तकरीबन 800 मीटर लम्बे कांच के पुल का निर्माण होगा।
टिहरी झील के आस पास के क्षेत्रों में पर्यटन की असीमित संभावना के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा टिहरी झील समग्र विकास योजना के तहत टिपरी रोपवे का आधुनिकीकरण एवं झील के बीच स्थित टापू में भगवान् शिव की प्रतिमा और हाट बाजार का निर्माण भी किया जायेगा। टिहरी जनपद के जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव द्वारा कहा गया, किटिहरी झील के ऊपर कांच के ब्रिज का प्रस्ताव है। वर्तमान में वैपकोस संस्था प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर रही है। इस प्रक्रिया में लगभग दो माह का समय लगेगा।
कई वर्षो से उपेक्षा का शिकार प्रतापनगर के निवासियों की सुविधा के मद्देनजर टिपरी रोपवे का नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण भी किया जायेगा। वर्तमान में टिपरी रोपवे में एक सामान्य बॉक्स लगाया गया है। जबकि नई योजना के तहत रोपवे के बॉक्स में कोफ़ी हाउस और डिजाइनर फर्नीचर रखे जायेगे।
योजना के अंतर्गत मदननेगी से धारकोट के बीच बने कांच के पुल पर यात्रा करने के बाद पर्यटक लगभग छह किलोमीटर की ट्रैकिंग के बाद एक समय टिहरी रियासत की राजधानी रह चुके प्रतापनगर महल जा सकेंगे। इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए बीते माह वैपकोस कंपनी की टीम ने इलाके का निरिक्षण भी किया था।