कोटद्वार भाबर के झंडीचौड़ पूर्वी इलाके में बीते मंगलवार को गाजेबाजे के साथ आई एक बारात को उस वक्त बैरंग वापस लौटा दिया गया, जब शराब के नशे में धुत दूल्हे को देखकर दुल्हन ने शादी करने से साफ़ इंकार कर दिया। इस दौरान दोनों वर वधु पक्ष के लोगो ने दुल्हन को समझाने की काफी कोशिशें की, लेकिन दुल्हन अपने फैसले से टस से मस नहीं हुई, और अंत में दुल्हन ने पूरी बारात को खाना खिलाकर वापस लौटा दिया। यह पूरा मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है, और दुल्हन के इस साहसी निर्णय का सभी लोगो द्वारा सराहना की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पौड़ी जनपद के एकेश्वर ब्लाक के नौगांवखाल क्षेत्र से मंगलवार शाम को बारात झंडीचौड़ पूर्वी गांव में आई हुई थी। बताया जा रहा है, कि जैसे ही बारात घर के पास बने पंडाल में पहुंची और दूल्हे को घोड़ी से उतारा गया, तो वह लड़खड़ा गया। इस दौरान पता चला, कि दूल्हा नशे में पूरी तरह धुत है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बारात स्वागत के दौरान दूल्हा अजीब और ऊल-जूलूल हरकत करने लगा। इस सबके बावजूद दुल्हन पक्ष ने बारात का स्वागत किया और दूल्हे को सम्मान के साथ विवाह मंडप में ले जाया गया।
स्वागत समारोह के बाद पंडाल में पूजन कार्यक्रम के बाद वरमाला की तैयारी होने लगी। इस दौरान दुल्हन भी अपनी सहेलियों और परिजनों के साथ वरमाला लेकर विवाह मंडप में पहुंच गई। बताया जा रहा है, कि विवाह पंडाल में जब दुल्हन ने दूल्हे को नशे में धुत लड़खड़ाते हुए देखा, तो शादी करने से ही साफ़ इंकार कर दिया। दुल्हन के इस फैसले से वर पक्ष सदमे में चला गया। वधू पक्ष ने भी दूल्हे के नशे में धुत होने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया।
वर पक्ष के लोगो ने इसे दूल्हे की गलती बताते हुए दुल्हन से उसे क्षमा करने की बात कही। बरातियों ने भी माफी मांगते हुए दुल्हन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अडिग रही। दुल्हन का कहना था, कि जो युवक शादी में भी नशा करके आया हो, उसके साथ वह अपना पूरा जीवन किस प्रकार बिता पाएगी। बताया जा रहा है, दुल्हन पक्ष ने दूर से आई बारात को भोजन भी कराया। इसके बाद दोनों पक्षों की आपसी रजामंदी से बारात बगैर दुल्हन के ही वापस अपने गांव लौट गई।