मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार (22 फरवरी 2023) को सेलाकुई में ‘सगन्ध फसल उत्कृष्टता केन्द्र’ का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, सगंध पौधा केन्द्र द्वारा गुणवत्तापूर्ण सगन्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है। इस अवसर पर केंद्र के डायरेक्टर निपेंद्र चौहान ने ‘सगन्ध केंद्र’ की उपलब्धियां की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, उत्तराखण्ड में पारम्परिक खेती के क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियां है। जंगली जानवरों द्वारा नुकसान, भौगोलिक परिस्थितियाँ, वर्षा आधारित कृषि के चलते राज्य में पारंपरिक कृषि के प्रति कृषकों का रुझान निरंतर कम होता जा रहा है। उन्होंने कहा, पर्वतीय क्षेत्र के किसानों की आय में वृद्धि एवं रोजगार के अवसर सृजित करने हेतु मिशन दालचीनी एवं मिशन तिमरू प्रारम्भ किया जाएगा।
सीएम धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश आर्थिकी और पर्यावरण के मध्य संतुलन स्थापित करते हुए राज्य की परिस्थितियों के अनुरूप विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से अच्छे परिणाम मिल रहे है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का अधिक इस्तेमाल कर किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में भी लगातार प्रयास करने होंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “उत्तराखण्ड की जलवायु दालचीनी एवं तिमरू के उत्पादन हेतु अनुकूल है, प्रदेश के किसानों के लिए इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। भविष्य में सगन्ध पौधा केन्द्र को सुदृढ़ करने हेतु एक संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा।”
उत्तराखण्ड की जलवायु दालचीनी एवं तिमरू के उत्पादन हेतु अनुकूल है, प्रदेश के किसानों के लिए इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। भविष्य में सगन्ध पौधा केन्द्र को सुदृढ़ करने हेतु एक संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। pic.twitter.com/KeSclo5EUc
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 22, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने आशा व्यक्त करते हुए कहा, कि यह केन्द्र राज्य में सगन्ध फसलों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभायेगा। जिससे किसानों को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा। सीएम धामी ने कहा, कि 2025 तक उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्य बनाने के लिए सबको संयुक्त प्रयास करने होंगे।