उत्तराखंड में मानसून विदाई से पहले एक फिर सक्रीय हो रहा है। बुधवार (13 सितंबर 2023) को देहरादून समेत आसपास के इलाको में सुबह अच्छी खासी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने 22 अगस्त के बाद शिथिल पड़ चुके मानसून के बंगाल की खाड़ी में उठे कम दबाव के चलते राज्य में आगामी कुछ दिनों के लिए वर्षा की संभावना जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तराखंड में अभी तक सामान्य से अधिक वर्षा देखने को मिली है। वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने देश के मध्य एवं पूर्वी भागो में अच्छी वर्षा की संभावना जताई है। उल्लेखनीय है, कि यह मानसूनी बारिश का लगातार दूसरा पड़ाव होगा। उत्तराखंड पर इसका मध्यम प्रभाव देखने को मिल सकता है। दरअसल 9 और 10 सितंबर तारीख को बने निम्न दबाव ने कमजोर मानसून को पुनर्जीवित कर दिया है।
जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के मौसम विज्ञानी डा. आरके सिंह ने दैनिक जागरण को बताया है, कि 13 सितंबर से 18 सितंबर के बीच उत्तराखंड में वर्षा का एक और दौर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने 13 से 16 सितंबर के बीच उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने व कहीं कहीं पर तीव्र बौछार पड़ने की संभावना जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मानसून अवधि के दौरान पौड़ी जनपद में सबसे कम जबकि बागेश्वर जिले में सबसे अधिक वर्षा हुई है। पौड़ी में सामान्य से 23 प्रतिशत कम, चंपावत में 20 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। वहीं इससे पहले चंपावत सबसे कम वर्षा वाले जिलों की सूची में शीर्ष पर था। बता दें, मानसून के इस सीजन में उत्तराखंड में 1081.7 मिमी सामान्य वर्षा के सापेक्ष 1138.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से पांच फीसदी ज्यादा है।