भीषण गर्मी से फिलहाल कोई राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे है। मौसम विभाग ने रविवार को कुछ जिलों में हीटवेव चलने की आशंका जताई है। बीते शनिवार को भी राजधानी देहरादून में 40.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं रविवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहने की भी संभावना जताई जा रही है। पिछले कई दिनों से देहरादून समेत गढ़वाल के अन्य जिलों में भीषण गर्मी से लोगो का हाल बेहाल है। इस दौरान घर से जरूरी काम निपटाने के लिए घर से निकलना भी भीषण गर्मी के चलते दूभर हो रखा है।
जून महीने की शुरुआत से ही उत्तराखंड में भीषण गर्मी की मार पड़ रही है। बीते दो जून को तापमान ने बीते 10 साल का रिकार्ड तोड़ दिया था। इन दिनों अधिकांश क्षेत्रों का तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल अभी गर्मी से राहत मिलने के संभावना नहीं है। वहीं गढ़वाल मंडल में घाटी वाले रुद्रप्रयाग, सतपुली, श्रीनगर, गौचर, देवप्रयाग, कर्णप्रयाग और चिन्यालीसौड़ आदि क्षेत्र हीट वेव से प्रभावित रह सकते है। इसके साथ ही हरिद्वार, कोटद्वार, ऋषिकेश, डोईवाला, देहरादून और रायवाला आदि मैदानी इलाकों में हीट वेव का असर ज्यादा रहेगा।
वहीं हरिद्वार में जून पहले सप्ताह से पारा चढ़ने लगा है। शनिवार को 41 डिग्री सेल्सियस पारा पहुंच गया। दोपहर में गर्म हवाओं के चलते सड़कों पर आम दिनों की तुलना में आवाजाही कम ही दिखी। मौसम विभाग के शोध पर्यवेक्षक नरेंद्र कुमार के अनुसार, बीते शनिवार को अधिकतम तापमान 41 और न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री रिकार्ड दर्ज किया गया। इसके अलावा सात जून तक गर्मी और लू का असर जारी रहेगा।
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, हीट वेव और ओलावृष्टि की परिस्थितियों में फसलों, बागवानी, पौधरोपण को नुकसान पहुंच सकता है। भीषण गर्मी के चलते फसलों और सब्जियों पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। उच्च तापमान की वजह से लोगों को डिहाईड्रेशन की समस्या हो सकती है। मौसम विभाग ने किसानों को फसलों में नियमित रूप से सिंचाई करने, राज्य सरकार से वनाग्नि की घटनाओं पर निगरानी और आम नागरिकों से दोपहर में खुले में काम करने से बचने की सलाह दी है।