जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए उत्तराखंड के चमोली जिले के गैरसैंण ब्लॉक के कुनीगाड़ मल्ली गांव निवासी वीर जवान रुचिन सिंह रावत का पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गया है। पुलिस प्रशासन व सेना के जवानों की उपस्थिति में बलिदानी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी दिवंगत लांस नायक रुचिन सिंह रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की।
#WATCH | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami pays tribute to Lance Naik Ruchin Singh Rawat who lost his life in an explosion during an encounter with terrorists in Rajouri district yesterday.
Lance Naik Ruchin Singh Rawat was a resident of Garsen in the Chamoli… pic.twitter.com/LcfQJkEa0w
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 6, 2023
वीर जवान रुचिन सिंह रावत के बलिदान की खबर मिलते ही कुनीगाड़ समेत पूरे गैरसैंण क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है। जानकारी के अनुसार, वीरगति को प्राप्त रुचिन अपने पीछे बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व चार वर्षीय बच्चे को छोड़ गए। रुचिन जम्मू कश्मीर के उधमपुर यूनिट में तैनात थे। वे पैरा 9 में कमांडो थे। रुचिन रावत 2009-10 में सेना में भर्ती हुए थे।
रुचिन के चाचा सुरेंद्र सिंह रावत ने मीडिया को जानकारी दी, कि बलिदानी रुचिन की पत्नी और बेटा जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ही रहते हैं। उनकी पत्नी ने ही गैरसैंण में अपने माता-पिता को पति के बलिदान होने की सूचना दी। गैरसैंण एसडीएम कमलेश मेहता ने बताया, कि आधिकारिक रूप से अभी इस संबंध में कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन क्षेत्र में कुनीगाड़ गांव के रुचिन सिंह रावत के बलिदान होने की बात प्रकाश में आई है।