बीते सोमवार को जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद उत्तराखंड के पांचों जवानों का पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गया है। मंगलवार (9 जुलाई 2024) को एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी समेत तमाम दिग्गजों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद एयरपोर्ट से बलिदानियों के पार्थिव शरीर पैतृक निवास स्थान भेजे जाएंगे।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकवादी हमले में उत्तराखंड के पांच जवानों ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। बलिदानियों में रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडौन निवासी हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी और टिहरी के थाती दांगल निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी है।
#WATCh | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami and former CM of the state, Trivendra Singh Rawat pay tribute to the mortal remains of the five soldiers of Uttarakhand, at Jolly Grant Airport, Dehradun, who lost their lives in the Kathua terrorist attack. pic.twitter.com/No9aGUKTOx
— ANI (@ANI) July 9, 2024
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आतंकी हमले में पांच जवानों के वीरगति को प्राप्त होने पर कहा, “जम्मू कश्मीर में हुए कायराना आतंकी हमले के दौरान उत्तराखण्ड के पांच वीर-जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए माँ भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।”
कठुआ, जम्मू कश्मीर में हुए कायराना आतंकी हमले के दौरान उत्तराखण्ड के पांच वीर-जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए माँ भारती… pic.twitter.com/2KaKliDoHt
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 9, 2024
सीएम धामी ने कहा, “माँ भारती की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध आपका यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस कायरतापूर्ण हमले के दोषी, मानवता के दुश्मन आतंकवादी किसी भी क़ीमत पर बख्शे नहीं जाएँगे और इनको पनाह देने वाले लोगों को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे।” उन्होंने कहा, “सैन्यभूमि उत्तराखंड वीर सैनिकों को जन्म देने वाली भूमि है। यहां के जवानों ने सदैव माँ भारती की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपने राष्ट्रधर्म का निर्वहन किया है।”
जम्मू -कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकवादियों और सेना के जवानों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त बलिदानी राइफलमैन अनुज नेगी का परिवार रखती खाल विकासखंड के डाबरिया गांव में रहता है। ग्राम प्रधान नंदन सिंह ने बताया, कि बलिदानी अनुज का विवाह बीते साल नवंबर महीने में हुआ था।
इस आतंकी हमले में देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले बलिदानी विनोद सिंह (33) नई टिहरी जाखणीधार ब्लॉक के चौंड-जसपुर के रहने वाले थे। ग्राम प्रधान कीर्ति सिंह कुमाई ने बताया, कि वीर सिंह भंडारी, शशि देवी के पुत्र विनोद सिंह 10वीं गढ़वाल राइफल में तैनात थे। वर्तमान में उनका परिवार भानियावाल देहरादून में रहता हैं। विनोद 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। वह घर के इकलौते बेटे थे। विनोद का चार साल का बेटा और चार माह की बेटी है।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी के बलिदान होने की सूचना के बाद उनके घर में मातम पसरा है। 26 वर्षीय आदर्श 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। आदर्श की 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कालेज पिपलीधार से हुई। आदर्श तीन भाई-बहन में सबसे छोटे थे। सोमवार देर रात उनके बलिदान होने की खबर परिजनों को मिली है।
देश की रक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर में 22 गढ़वाल राइफल में तैनात 41 वर्षीय नायब सूबेदार आनंद सिंह रावत आतंकवादियों के हमले में शहीद हो गए। आनंद सिंह रावत ने वर्ष 2001 में सेना में भर्ती होकर देश की सेवा शुरू की थी। उनकी पत्नी और उनके दो बेटे वर्तमान में देहरादून के मियांवाला में रहते हैं। अमर बलिदानी आनंद सिंह का पार्थिव शरीर सेना द्वारा लाया जाएगा और फिर उनके पैतृक गांव में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
पौड़ी जिले के रिखणीखाल विकासखंड के पापड़ी गांव पोस्ट धामधार के निवासी कमल सिंह तीन बहनों के इकलौते भाई थे। उनके पिता का काफी साल पहले निधन हो गया था। गांव के घर में मां सुमति देवी, पत्नी रजनी देवी अपनी तीन व पांच साल की बेटियों के साथ रहती हैं। इसी साल कमल सिंह ने बच्चों को पढ़ाने के लिए कोटद्वार में किराए पर मकान लिया था। जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले की सूचना मिलते ही उनका परिवार मंगलवार तड़के गांव के लिए रवाना हो गया।