मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने की घोषणा करने वाले चंपावत से भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी ने प्रदेश संगठन को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष की आगामी 24 अप्रैल को देहरादून में होने वाली अहम बैठक में इस निर्णय पर मुहर लग जाएगी। भाजपा विधायक के इस्तीफे के बाद अब तकरीबन यह संकेत मिल गया है, कि मुख्यमंत्री धामी इस सीट से ही उपचुनाव लड़ सकते है।
चंपावत से भाजपा के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने बीजेपी संगठन को अपना त्याग पत्र सौंप।चंपावत सीट से मुख्यमंत्री पुष्कर धामी लड़ेंगे उपचुनाव. मार्च 2022 के विधानसभा चुनाव में पुष्कर धामी अपनी परम्परागत खटीमा विधानसभा से चुनाव हार गये थे.@OfficeofDhami @AmitShah @INCIndia @AamAadmiParty pic.twitter.com/wuIIXOTfJv
— Manoj Kumar Singh (@manoj_matrize) April 20, 2022
उल्लेखनीय है, कि सबसे पहले चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने सीट छोड़ने का ऐलान किया था और वर्तमान में भी वह अपनी बात पर अडिग है। वहीं इसके बाद कपकोट विधायक सुरेश गडिया, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा व रुद्रप्रयाग के भरत चौधरी समेत उमेश कुमार ने भी सशर्त सीट छोड़ने की बात कही थी। इसके अलावा कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के बाद पार्टी से नाराज चल रहे धारचूला के कांग्रेस विधायक हरीश धामी भी सीएम धामी के लिए सीट छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री धामी चंपावत से उप चुनाव लड़ सकते है। बताया जा रहा है, इस संबंध में वे पार्टी हाईकमान के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा भी कर चुके है। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया है, लेकिन मुख्यमंत्री धामी स्वयं अपनी खटीमा सीट बचाने में नाकामयाब रहे। चुनाव में मिली पराजय के बावजूद भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पुष्कर धामी पर भरोसा जताते हुए, उन्हें लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा है। जिसके बाद अब सीएम धामी का छह महीने के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना अनिवार्य है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, चम्पावत की भाजपा जिला इकाई द्वारा भी मुख्यमंत्री धामी को चम्पावत से उपचुनाव लड़ाने का प्रस्ताव भाजपा संगठन को भेजा गया है। इसके बाद चंपावत के विधायक विधायक गहतौड़ी ने भी अपना त्यागपत्र प्रदेश भाजपा संगठन को भेजा है। हालाँकि विधानसभा सीट तभी खाली होगी, जब कैलाश गहतौड़ी विधानसभा अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र सौंपेंगे। मंगलवार को सचिवालय में मीडिया से बातचीत के दौरान जब सीएम धामी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, मेरी उन सभी को शुमकामनाएं एवं आभार है। इन सभी विषयों को पार्टी हाईकमान के सामने रख दिया गया है। मैं समझता हूँ, कि दो-तीन दिन के अंदर सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।