मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार (29 जुलाई 2022) को नार्को कॉर्डिनेशन की बैठक के दौरान कहा, कि 2025 तक देवभूमि को नशामुक्त बनाने के लिए मिशन मोड पर कार्य किया जाए। इसके अलावा प्रदेश में दो सरकारी नशामुक्ति केंद्र खोले जाएंगे। सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये, कि उत्तराखंड में संचालित प्राइवेट नशामुक्ति केंद्रों के लिए सख्त गाइडलाइन बनाई जाए।
Uttarakhand CM PS Dhami took a meeting & directed police & intelligence department to form a task force to make the state drug-free. Public awareness campaigns, work on prevention, rehabilitation work to be done under NDPS. Strict action against anti-social elements to be taken. pic.twitter.com/5ICZsHEBGC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 29, 2022
शुक्रवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की अध्यक्षता में नार्को समन्वय की बैठक के दौरान सीएम धामी ने कहा, कि देवभूमि को नशामुक्त करने के लिए सभी को जिम्मेदारी और समन्वय से काम करना होगा, और 2025 तक ड्रग्स फ्री देवभूमि का लक्ष्य हासिल करना है। सीएम धामी ने कहा, मादक पदार्थो की तस्करी करने वालों पर कड़ा प्रहार करने के साथ बच्चों और युवाओं को ड्रग्स की चपेट में आने से बचाना है।
सीएम धामी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा, कि बच्चों और युवाओं को ड्रग्स की चपेट में आने से बचाने के साथ ही ड्रग्स सप्लाई की चेन को ध्वस्त करने के लिए पुलिस, आबकारी व ड्रग्स कंट्रोलर समन्वयता पूर्वक कार्य करेंगे। ड्रग्स लेते हुए पकड़े जाने वालों के साथ अपराधियों की तरह बर्ताव न करके उनके पुनर्वास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
निजी नशामुक्ति केन्द्रों के लिए सख्त गाइडलाइन बनाकर समय-समय पर इन केन्द्रों की समीक्षा भी की जाएगी। सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों का उपयोग करते हुए समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है जिसको लेकर विभिन्न विभागों के साथ मिलकर एक कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 29, 2022
उन्होंने कहा, कि निजी नशामुक्ति केन्द्रों के लिए सख्त गाइडलाइन बनाकर समय-समय पर इन केन्द्रों की समीक्षा भी की जाएगी। सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों का उपयोग करते हुए समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है, जिसको लेकर विभिन्न विभागों के साथ मिलकर एक कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
सीएम धामी ने कहा, कि ड्रग्स सप्लाई की चेन को तोड़ने के लिए पुलिस विभाग मुखबिर तंत्र को और मजबूत कर पुलिस, आबकारी व ड्रग्स कंट्रोलर मिलकर काम करें। प्रदेश में दो सरकारी नशामुक्ति केंद्र खोले जाएं। जिनमें जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करने के साथ कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान की नियमित समीक्षा करने के आदेश दिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अशोक कुमार, प्रमुख सचिव एल. फैनई, सचिव शैलेश बगोली समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।