बागेश्वर जिले की कविता देवी और देहरादून जिले की निकिता चौहान को भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए चयनित किये जाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी। सीएम धामी ने कहा, कि हमारे राज्य की महिला सरपंचों को यह सम्मान मिलना प्रदेशवासियों विशेषकर यहां की महिलाओं के लिए गौरव का विषय है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, कि हमारे राज्य की महिला सरपंचों को यह सम्मान मिलना प्रदेशवासियों, विशेषकर यहाँ की महिलाओं के लिए गौरव का विषय है। यह सम्मान उत्तराखण्ड में जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व के असाधारण योगदान का सम्मान है।
सीएम धामी ने कहा, कि यह सम्मान उन सभी लोगों को प्रेरित करेगा जो अपने गांवों को स्वच्छ बनाने तथा गांवों में जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। गांवों को स्वच्छ बनाने, ओडीएफ प्लस मॉडल गांवो के निर्माण, हर घर जल मिशन व जल संरक्षण में ग्राम प्रधानों एवं सरपंचों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने कहा कि यह सम्मान उन सभी लोगों को प्रेरित करेगा जो अपने गांवों को स्वच्छ बनाने तथा गांवों में जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। गांवों को स्वच्छ बनाने, ओडीएफ प्लस मॉडल गांवो के निर्माण, हर घर जल मिशन व जल संरक्षण में ग्राम प्रधानों एवं सरपंचों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) February 27, 2023
उल्लेखनीय है, कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान के अंतर्गत चार मार्च से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह मनाया जाएगा। इस वर्ष उत्तराखंड की दो महिलाओं का चयन स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए हुआ है। चार मार्च को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा महिलाओं का सम्मानित किया जाएगा।
भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा बागेश्वर जिले से सरपंच कविता देवी व देहरादून जिले से सरपंच निकिता चौहान को अपने गांवों को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) प्लस मॉडल बनाने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य और असाधारण योगदान देने के लिए स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए चयनित किया गया है।