मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इंडियन पब्लिक स्कूल झाझरा में विद्यालयी शिक्षा विभाग के दो दिवसीय शैक्षिक चिंतन शिविर के शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर कहा है, कि उत्तराखंड नई शिक्षा नीति को लागू करने वाला राष्ट्र का पहला राज्य बनने जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को स्कूलों के निरीक्षण के लिए वाहन अथवा मासिक रूप से धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की है।
आज इण्डियन पब्लिक स्कूल, झाझरा (देहरादून) में विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित शैक्षिक चिंतन शिविर में प्रतिभाग करते हुए बाल वाटिका पुस्तक एवं शिक्षा विभाग की मार्गदर्शिका के साथ ही पुस्तक निपुण भारत एवं सामान्य ज्ञान एक पहल का विमोचन किया। pic.twitter.com/9AQoik4iaX
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 1, 2022
कार्यकम के दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री धामी ने सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या पर चिंता प्रकट करते हुए कहा, कि छात्र संख्या बढ़ाने की चुनौती व गुणात्मक शिक्षा के सुझावों पर इस शिविर में गंभीरता से मंथन किया जाए। सीएम धामी ने कहा, कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का लक्ष्य स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए श्रेष्ठ नागरिकों का निर्माण करना है। उन्होंने कहा, कि नौ नवंबर 2025 को उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएगा।
कार्यक्रम के अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा, कि स्कूली शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिए प्रदेश में यह पहला शैक्षिक चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। आगामी दिनों में शैक्षिक चिंतन शिविर में प्राचार्यों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को भी आमंत्रित किया जायेगा। शैक्षिक चिंतन शिविरों के आयोजन से शिक्षा के क्षेत्र में आगे का रोडमैप तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा, कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत 30 छात्रों पर एक शिक्षक होना जरूरी है, लेकिन उत्तराखंड में अभी 15 छात्रों पर एक टीचर है।
उल्लेखनीय है, कि इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने बालवाटिका पुस्तक एवं शिक्षा विभाग की मार्गदर्शिका के साथ ही पुस्तक ‘निपुण भारत’ एवं ‘सामान्य ज्ञान एक पहल’ का विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, पूर्व राज्यसभा सांसद श्री आरके सिन्हा, शिक्षा सचिव रविनाथ रमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, शिक्षा निदेशक आरके कुंवर, निदेशक सीमा जौनसारी आदि उपस्थित रहे।