उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा घोटालें के मुख्य आरोपी हाकम सिंह पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। प्रशासन ने आरोपी हाकम सिंह की अवैध चल-अंचल संपत्ति की कुर्की की तैयारी कर ली है। कुर्की की प्रक्रिया के लिए एसटीएफ द्वारा जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
उल्लेखनीय है, कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भर्ती परीक्षा में हुई धांधली पर सख्त तेवरों के बाद पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड अशोक कुमार के नेतृत्व में देहरादून एसटीएफ द्वारा सभी नकल माफियाओं के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाई सुनिश्चित की जा रही है।
बता दें, पुलिस ने भर्ती परीक्षा के मुख्य आरोपी हाकम सिंह पर गैंगस्टर एक्ट लगा रखा है। मामले की जांच कर रही एजेंसियों ने आरोपित हाकम सिंह द्वारा यूकेएसएससी भर्ती परीक्षाओं में धांधली कराकर अभ्यर्थियों से अर्जित किये गये अवैध धन से खरीदी गयी चल-अंचल संपत्ति के मूल्यांकन कार्य पूर्ण कर लिया है।
#UKSSSC पेपर लीक: हाकम सिंह की करोड़ों की संपत्ति होगी जब्त, UP के नकल माफियाओं की भी टूटेगी कमर #Uttarakhand @AshokKumar_IPS @pushkardhami @uttarakhandcops https://t.co/grOPdUhD4h
— ETVBharat Uttarakhand (@ETVBharatUK) November 26, 2022
आरोपित हाकम सिंह द्वारा इस भर्ती घोटाले में अब तक लगभग छह करोड़ रूपये की चल-अंचल संपत्ति और कई वाहनों का पता चला है। जिस पर अभियुक्त हाकम सिंह की अवैध रूप से अर्जित की गई छह करोड़ रूपये की चल-अंचल संपत्ति को कुर्क/जब्तीकरण किये जाने के लिए पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा अपनी एक विस्तृत रिपोर्ट जिला मजिस्ट्रेट देहरादून को भेजी गयी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा जानकारी दी गई, कि UKSSSC भर्ती धांधली के सभी प्रमुख आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत एसटीएफ द्वारा गहनता से विवेचना की जा रही है। उन्होंने बताया, कि गैंगस्टर एक्ट में धारा 14 में दोषियों द्वारा अवैध कार्यों के द्वारा अर्जित चल-अंचल संपत्ति को प्रदेश सरकार के पक्ष में जब्त करने का प्राविधान है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुश अग्रवाल द्वारा जानकारी दी, कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में एसटीएफ की टीमें को भर्ती घोटाले में संलिप्त गिरफ्तार आरोपितों की संपत्ति की जांच को लेकर टीमें रवाना की गई है। आगामी कुछ दिनों में अन्य आरोपितों की भी संपत्ति का आंकलन कर जब्ती की कार्यवाई आरंभ की जा रही है।